'इसे ऑफिस से धक्का मारकर निकालो...', एक्सईएन ने महिला प्रशासनिक अधिकारी से की अभद्रता; बिगड़ी तबीयत
इटावा में निचली गंग नहर के अधिशाषी अभियंता ने कार्यवाहक प्रशासनिक अधिकारी से अभद्र व्यवहार किया जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अन्य कर्मचारियों ने भी अधिशाषी अभियंता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। एक्सईएन ने अपनी सफाई पेश करते हुए सभी आरोपों को गलत बताया है। साथ ही धक्का देकर निकालने की बात भी खारिज की है।
जागरण संवाददाता, इटावा। भोगनीपुर प्रखंड निचली गंग नहर के अधिशाषी अभियंता कार्यालय की कार्यवाहक प्रशासनिक अधिकारी की अधिशाषी अभियंता द्वारा अभद्र व्यवहार करने से तबीयत बिगड़ गई। जिस पर स्टाफ द्वारा उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इधर अधिशाषी अभियंता के इस रवैए को लेकर कार्यालय के अन्य स्टाफ ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनकी भाषा शैली और व्यवहार को लेकर उन पर कई गंभीर आरोप लगाएं। वहीं अधिशाषी अभियंता ने अपने ऊपर लगे आरोपों को अंतर्गत बताया।
अधिकारी ने एक्सईएन पर लगाए आरोप
भाेगनीपुर प्रखंड निचली गंग नहर कार्यालय की कार्यवाहक प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रधान सहायक पुष्पा राजन ने अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि बुधवार को जब वह सभी सहकर्मी तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मियों का बार-बार पटल परिवर्तित करने को लेकर अधिशाषी अभियंता से मिलने उनके कार्यालय में गई तो अधिशाषी अधिकारी उन पर व अन्य कर्मियों पर भड़क उठे।साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए अपने कैशियर सुनील कुमार से मुझे धक्का मारकर आफिस से बाहर निकालने का आदेश दे दिया। उनके इस दुर्व्यवहार से उन्हें गहरा धक्का लगा और वह रोने लगी। जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गईं। स्टाफ ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया।
अन्य अधिकारियों ने भी लगाए आरोप
अधिशाषी अभियंता के इस बर्ताव को लेकर कार्यालय के प्रधान सहायक राजीव सक्सेना, वरिष्ठ सहायक कुसमा देवी, अतर सिंह, चतुर्थ श्रेणी कर्मी पुष्पतला देवी व अन्य स्टाफ ने भी विरोध जताया। साथ ही आरोप लगाए कि अधिशाषी अभियंता कर्मचारियों पर अपनी दबंगई दिखाते हैं।विभागीय कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाए कि अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार अपने प्राइवेट ड्राइवर तथा कैशियर के बल पर दबंगई करते है। उनका ड्राइवर आशुतोष कुमार यादव उर्फ सोनू स्थानीय निवासी है। कुछ कर्मचारियों के बेवजह ट्रांसफर कर दिए गए।अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि सुबह सिल्ट सफाई कार्य के शुभारंभ के लिए सदर विधायक के पास जा रहे थे, तभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी माधव उनके पास रोता हुआ आया और प्रशासनिक अधिकारी द्वारा बेवजह डांट लगाए जाने की बात कही। इस पर उनके द्वारा सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी को समझाया है। धक्का देकर भगाने की बात सरासर गलत है।
कर्मचारियों के ट्रांसफर की बात पर कहा कि कार्यालय में 9 चतुर्थश्रेणी कर्मी लगे हैं, जबकि इतनों की जरूरत नहीं है, इसलिए साइड पर उन्हें काम देखने के लिए लगा दिया है। इस बात को लेकर कुछ कर्मचारी मेरा विरोध कर रहे हैं।इसे भी पढ़ें: इटावा डिपो वर्कशॉप का होगा निजीकरण, दिल्ली की कंपनी करेगी रखरखाव; कर्मचारियों को सताने लगा नौकरी का डर
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