संसद में गूंजेगी यूपी के इस जिले की आवाज, नौ सांसद पहुंचेंगे दिल्ली; अखिलेश-डिंपल समेत ये नाम हैं शामिल
उत्तर प्रदेश का इटावा जिला इन दिनों खूब चर्चा में है। लोकसभा चुनाव 2024 में इस जिले ने देश को सात सांसद दिए हैं जबकि दो राज्यसभा सांसद और जोड़ दिए जाएं तो कुल संख्या नौ पहुंच जाती है। यह शायद देश का एकमात्र ऐसा जिला है जिसके नौ मूल निवासी संसद में बैठेंगे। इस लिस्ट में अखिलेश-डिंपल समेत कुल नौ नाम शामिल हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश का इटावा जिला इन दिनों खूब चर्चा में है। लोकसभा चुनाव 2024 में इस जिले ने देश को सात सांसद दिए हैं, जबकि दो राज्यसभा सांसद और जोड़ दिए जाएं तो कुल संख्या नौ पहुंच जाती है। यह शायद देश का एकमात्र ऐसा जिला है, जिसके नौ मूल निवासी संसद में बैठेंगे।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने उत्तर प्रदेश की 80 संसदीय सीटों के चुनाव में सभी राजनीतिक विश्लेषकों को स्तब्ध कर दिया है। इंडी गठबंधन ने आम चुनाव में कमाल का प्रदर्शन करते हुए उत्तर प्रदेश में 80 में से 43 सीटों पर कब्जा कर लिया। वहीं भाजपा की अगुवाई में एनडीए गठबंधन को सिर्फ 37 सीटें ही मिल सकी। समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 37 सीटों पर जीत दर्ज की है। जिसमें पांच सदस्य यादव परिवार के हैं।
यादव परिवार के पांच सदस्यों ने दर्ज की जीत
अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट, डिंपल यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट, धर्मेंद्र यादव ने आजमगढ़ लोकसभा सीट, अक्षय यादव ने फिरोजाबाद लोकसभा सीट और आदित्य यादव ने बदायूं लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है।यादव परिवार के पांच सदस्यों ने चुनाव जीतकर सभी को हैरान कर दिया है। बता दें इससे पहले 2015-16 से यादव परिवार के 20 सदस्य एक्टिव पॉलिटिक्स में हैं। इस लिस्ट में एक राज्यसभा सदस्य भी हैं।
जितेंद्र दोहरे
इटावा लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के जितेंद्र दोहरे ने 58 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। वह भी इटावा जिले के मूल नागरिक हैं। जितेंद्र दोहरे ने 2020 में बसपा से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली थी। इससे पहले 2018 में इनकी पत्नी ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी।देवेश शाक्य
समाजवादी पार्टी के टिकट पर एटा लोकसभा सीट से देवेश शाक्य ने जीत दर्ज की। एटा सांसद देवेश भी इटावा जिले की शांति कालोनी के रहने वाले हैं। इन्होंने साल 2002 में बसपा से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। 2017 में भाजपा ज्वाइन कर ली और 2022 विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद देवेश शाक्य ने सपा का दामन थाम लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर एटा से चुनाव लड़ा और करीब 30 हजार वोटों से जीत दर्ज की।
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