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10 डिग्री पर झुकी थी… नाली खोद रहे मजदूरों पर गिरी दीवार, चार की मौत; परिजनों ने किया हंगामा

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की मेहंदीपुर ग्राम पंचायत में नाली निर्माण के दौरान दीवार ढहने से चार मजदूरों की मौत हो गई और एक घायल है। हादसे के बाद परिजनों ने हंगामा किया। वहीं मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों को आश्वासन देकर शांत करवाया है। विधायक राघवेंद्र गौतम ने मृतकों को एक-एक लाख रुपये व घायल को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Thu, 22 Aug 2024 08:11 PM (IST)
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दीवार गिरने के बाद पड़ा हुआ मलवा, ग्रामीणों को समझाते एसडीएम व सीओ। जागरण

संवाद सूत्र, महेवा/इटावा। ब्लाक के मेहंदीपुर ग्राम पंचायत में नाली निर्माण के दौरान एक घर की 12 फीट की दीवार धंसने से चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि एक मजदूर घायल हो गया। 

मौके पर हुई तीन की मौत

गांव में 15वें वित्त आयोग की निधि से ग्राम पंचायत द्वारा रामनगर मार्ग पर नाली की खोदाई का कार्य कराया जा रहा था। 150 मीटर की नाली दो लाख रुपये की लागत से बनाई जा रही थी। 

निर्माण के दौरान गली में पड़ने वाले मकान परशुराम राजपूत के मकान की दीवार अचानक भरभराकर गिर पड़ी, जिसमें नाली में काम कर रहे तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चौथे की उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में मौत हुई। वहीं, एक घायल हो गया। 

यहां पर राज मिस्त्री को मिलाकर सात लोग काम कर रहे थे। घटना के बाद लोग आक्रोशित हो उठे और चार घंटे तक शवों को रखकर जिलाधिकारी व एसएसपी को मौके पर बुलाने की मांग करते रहे। बाद में अधिकारियों के समझाने पर माने। मामले में प्रथम दृष्टया निर्माण के दौरान सुरक्षा के कोई इंतजाम न होने की लापरवाही सामने आई है।

मकान मालिक पर कार्रवाई की मांग

हादसे में हनुमंतपुरा के प्रदीप कुमार (35) पुत्र जगदीश नारायण, चंद्र प्रकाश (30) पुत्र दयाराम, रामानंद (35) पुत्र गंगाराम, ओम प्रकाश (45) पुत्र बालाराम की मौत हुई है, जबकि अरुण कुमार पुत्र हरिश्चंद्र दोहरे घायल हो गए। इन्हें महेवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। 

उपजिलाधिकारी चकरनगर ब्रह्मानंद कठेरिया, सीओ चकरनगर प्रेमसिंह थापा, खंड विकास अधिकारी सूरज सिंह, एडीओ पंचायत इंद्रपाल सिंह भदौरिया, प्रधान संजू कुमारी मौके पर पहुंचे और विरोध कर रहे ग्रामीणों को समझाया। ग्रामीणों की मांग थी कि मकान मालिक के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। 

प्रशासन और विधायक ने किया मुआवजे का एलान

उपजिलाधिकारी ने मृतकों को पांच लाख मुआवजा, 30 हजार रुपये पारिवारिक लाभ योजना व मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में बच्चों की पढ़ाई कराने व प्रधानमंत्री आवास दिए जाने के आश्वासन पर ग्रामीणों को शांत किया। विधायक राघवेंद्र गौतम ने मृतकों को एक-एक लाख रुपये व घायल को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।

सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई

नाली के निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई। परशुराम के घर की दीवार 10 डिग्री के कोण पर झुकी हुई थी। गांव के लोग इस दीवार के पास से गुजरने से कतराते थे। इसके बावजूद भी निर्माण के दौरान इस दीवार की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए। 

ग्राम पंचायत अधिकारी अशोक परिहार 10 दिन से छुट्टी पर थे। ग्राम प्रधान संजू कुमारी की देखरेख में काम चल रहा था। मेट और रोजगार सेवक ने भी इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया। खंड विकास अधिकारी सूरज सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया हादसा ही है। 

वहीं, सीडीओ अजय कुमार गौतम ने कहा कि सुरक्षा मानकों की कहीं न कहीं अनदेखी हुई है। उन्होंने पूरे मामले पर एसडीएम व बीडीओ से रिपोर्ट मांगी है, उसके बाद मामले की जांच कराएंगे। दीवार अगर झुकी हुई थी तो उसको देखा जाना चाहिए था। नाली खोदे जाने के दौरान पानी के दबाव या फिर मिट्टी धंसकने से दीवार ढह गई।

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