आयुष्मान कार्ड लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑपरेशन कराने गई थी महिला, डॉक्टर ने बुला ली पुलिस; आखिर ऐसा क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के इटावा में एक निजी अस्पताल में फर्जी आयुष्मान कार्ड का इस्तेमाल करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है। महिला ने जब अपना आयुष्मान कार्ड अस्पताल के कर्मचारियों को दिया तो जांच के बाद वह कार्ड नकली पाया गया। इसकी शिकायत निजी अस्पताल के डॉक्टर ने तुरंत पुलिस से की।
जागरण संवाददाता, इटावा। फ्रेंड्स कालोनी थाना क्षेत्र में दतावली नहर पुल के पास स्थित निजी अस्पताल में पथरी का इलाज कराने पहुंची महिला का आयुष्मान कार्ड फर्जी निकलने पर पुलिस ने जांच के बाद दो लोगों को हिरासत में लिया है।
महिला ने जब अपना आयुष्मान कार्ड अस्पताल के कर्मचारियों को दिया तो जांच के बाद वह कार्ड नकली पाया गया। इसकी शिकायत निजी अस्पताल के डाक्टर ने तुरंत पुलिस से की। इस पर मौके पर पहुंची फ्रेंड्स कालोनी पुलिस ने महिला से पूछताछ करने के बाद अस्पताल में ही काम कर रहे एक युवक के माध्यम से आयुष्मान कार्ड देने की बात कही।
नकली आयुष्मान कार्ड बनाने वाला गिरफ्तार
जब पुलिस मामले की जांच में जुटी तो अस्पताल में ही काम कर रहे एक युवक को पूछताछ के लिए थाने लेकर पहुंची। इसके बाद युवक की निशानदेही पर औरैया जनपद के थाना एरवा कटरा में जन सेवा केंद्र चला रहे एक युवक को नकली आयुष्मान कार्ड बनाने पर पकड़ लिया। उससे पूछताछ की जा रही है। युवक के पास से एक लैपटाप भी बरामद किया गया है।क्या बोले एसएसपी?
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि एक महिला निजी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची थी। तभी अस्पताल के एक कर्मचारी ने उसे आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए कहा तो उसने जन सेवा केंद्र एरवा कटरा औरैया जनपद के एक व्यक्ति से संपर्क करने के बाद आयुष्मान कार्ड बनवा दिया।
जब वह महिला निजी अस्पताल में ही अपना आपरेशन कराने के लिए पहुंची तो अस्पताल के डाक्टर ने आयुष्मान कार्ड की जांच की तो वह नकली पाया गया। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल में ही काम कर रहे कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। जन सेवा केंद्र के मालिक को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
राशन कार्ड से वंचित परिवारों की फैमिली आइडी तेजी से बनाने के निर्देश
औरैया: जिन लोगों के राशन कार्ड नहीं बने हैं। अब उनकी फैमिली आइडी बनने जा रही है। इसको लेकर जिलाधिकारी ने सभी संबंधितों को निर्देश दे दिए हैं। फैमिली आइडी से ही भविष्य में शासन की संचालित योजनाओं का परिवार लाभ हासिल कर सकेंगे। ऐसे में जो परिवार सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। वह भी स्वेच्छा से फैमिली आईडी प्राप्त कर सकते हैं।
जिलाधिकारी डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने फैमिली आइडी बनवाने को लेकर सभी संबंधितों को निर्देश दिए हैं कि वह विभागीय योजनाओं से जुड़े पात्रों की फैमिली आइडी (पहचान पत्र) बनवाना सुनिश्चित करें, जिससे शत-प्रतिशत लोगों को फैमिली आइडी के रूप में अपना पहचान पत्र मिल सके।
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