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Ayodhya: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में खरगे, अखिलेश और केजरीवाल समेत ये दिग्गज होंगे शामिल, देखें पूरी लिस्ट

समारोह में नामी उद्योगपतियों के साथ क्रिकेटर्स व फिल्मी हस्तियों को भी बुलाया जा सकता है। प्राण प्रतिष्ठा के सात दिन पूर्व देश के सभी गांवों के पांच लाख मंदिरों में भजन-कीर्तन कथा व रामलीला का मंचन व भंडारा चलेगा। इन स्थलों पर एलईडी स्कीन के जरिये कार्यक्रम का प्रसारण होगा। अयोध्या आने वालों के आवास भोजन शौचालय आदि के प्रबंध के लिए आगे उपसमितियां गठित की जाएंगी।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Fri, 07 Jul 2023 06:42 AM (IST)
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Ayodhya: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में खरगे, अखिलेश और केजरीवाल समेत ये दिग्गज होंगे शामिल, देखें पूरी लिस्ट
अयोध्या, रमाशरण अवस्थी। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर निर्मित हो रहे मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा जनवरी के तृतीय सप्ताह में प्रस्तावित है। इस भव्य आयोजन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। इसके साथ ही कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा अध्यक्ष मायावती, आप के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को आमंत्रित किया जाएगा।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तैयारी के लिए गठित समिति की गुरुवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया। सभी संप्रदायों के संत भी आमंत्रित किए जाएंगे। तैयारियों में तेजी लाने के लिए समिति की बैठक माह में दो बार होगी। 26 जुलाई को अगली बैठक प्रस्तावित है। इसमें संघ के पूर्व सरकार्यवाह भय्याजी जोशी भी शामिल होंगे।

विशिष्टजन की मौजूदगी में विराजेंगे रामलला

समारोह में नामी उद्योगपतियों के साथ क्रिकेटर्स व फिल्मी हस्तियों को भी बुलाया जा सकता है। प्राण प्रतिष्ठा के सात दिन पूर्व देश के सभी गांवों के पांच लाख मंदिरों में भजन-कीर्तन, कथा व रामलीला का मंचन व भंडारा चलेगा। इन स्थलों पर एलईडी स्कीन के जरिये कार्यक्रम का प्रसारण होगा। अयोध्या आने वालों के आवास, भोजन, शौचालय आदि के प्रबंध के लिए आगे उपसमितियां गठित की जाएंगी।

देशभर से प्रमुख और पवित्र जलस्रोतों से एकत्र जल से होगा रामलला का अभिषेक

सैकड़ों वर्षों की तपस्या व संघर्ष के बाद जब अगले वर्ष जनवरी में अयोध्या में भव्य राममंदिर में प्रभु राम के बाल रूप मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होगी, तब वह उत्सव ऐतिहासिक होने के साथ भव्य भी होगा। उस अवसर पर प्रभु राम के बाल रूप की मूर्ति का जलाभिषेक देश के प्रमुख व पवित्र जल स्रोतों से एकत्र जल से किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, पिछले माह रायपुर में आयोजित विहिप की केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक में तय हुआ कि देशभर के जलस्त्रोतों से इकट्ठा किए गए जल से प्रभु राम का जलाभिषेक किया जाए।

इसके लिए इस वर्ष दिसंबर में देश के हर भाग से जल को इकट्ठा कर अयोध्या भेजने का काम शुरू हो जाएगा। यह प्रक्रिया प्रभु राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के 10 दिन पहले तक चलेगी। औसतन 200-200 ग्राम जल तांबे के बर्तन में धार्मिक अनुष्ठान के बाद रखा जाएगा। फिर इसे कुरियर से अयोध्या भेजने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी, जिसे अयोध्या में एक टैंक में इकट्ठा किया जाएगा।

विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार के अनुसार गंगा, यमुना, गोदावरी, सतलुज, राप्ती, नर्मदा, सोन समेत प्रमुख सभी नदियों का पवित्र जल तो होगा ही, चित्रकुट स्थित पवित्र भरत कूप व जानकी कुंड, बद्रीधाम स्थित नारद कुंड, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के सरोवर से जल भी होगा। इसी तरह बिहार के गया स्थित पवित्र नदी फल्गु, हरिणाणा के कुरुक्षेत्र स्थित सूर्य सरोवर, राजस्थान के पुष्कर सरोवर तथा दिल्ली स्थित गुरुद्वारा सीसगंज साहिब स्थित कुआं, जिसमें गुरु तेगबहादुर ने स्नान किया था, वहां के जल को भी अयोध्या भेजा जाएगा।

अयोध्या जाने के लिए प्रभु राम ने जिस समुद्र से रास्ता देने के लिए विनती की थी, वहां समेत देश के समुद्री तटों का भी जल होगा। उन जल स्त्रोतों, जिससे प्रभु व महापुरुषों के जुड़ाव हैं, के जल से प्रभु राम का जलाभिषेक होगा। राममंदिर की आधारशिला रखे जाने के समय प्रमुख नदियों का जल अयोध्या भेजा गया था।

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