Ayodhya News: अयोध्या में खनन अधिकारी के बच्चे के अपहरण के प्रयास में तीन बदमाशों को पुलिस ने दबोचा
अयोध्या में खनन अधिकारी के घर रेकी करने के मामले में पुलिस ने तीन बदमाशों को दबोचा है। तीनों पर हत्या और अपहरण करने के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। शुक्रवार शाम तीनों बदमाश खनन अधिकारी डॉ दीपक कुमार के घर की रेकी कर रहे थे। लेकिन वारदात को अंजाम देने से पहले ही पुलिस ने तीनों को धर दबोचा।
अयोध्या, संसू। जिला खनन अधिकारी डा. दीपक सिंह के मकान की बदमाश चार घंटे से रेकी कर रहे थे। दोपहर में सवा तीन बजे के करीब अभियुक्त गद्दोपुर स्थित उनके आवास पर पहुंच गए थे। मकान के बाहरी परिसर में टहल घूम कर तीनों युवकों ने रेकी की। उनकी योजना शाम के समय वारदात करने की थी, लेकिन इससे पहले उनकी साजिश का भंडाफोड़ हो गया।
गिरफ्तार किए गए तीनों अभियुक्तों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। पकड़े गए लोगों में लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार गलरियन पुरवा छोटा मरवारा निवासी आशीष यादव, बुद्ध विहार कालोनी चिनहट निवासी ऋषभ अवस्थी और अमेठी जिले के जगदीशपुर लोढ़ियावा बगाही निवासी अविनाश कुमार द्विवेदी शामिल हैं। इस मामले में कैब चालक को छोड़ दिया गया है। खनन अधिकारी ने उसे आरोपी नहीं बनाया है।
घटना शुक्रवार देर शाम गद्दोपुर की है। खनन अधिकारी परिवार के साथ यहां किराए का मकान लेकर रहते हैं। शुक्रवार को डा. दीपक आवश्यक कार्य से लखनऊ गए हुए थे। घर में उनकी पत्नी और दो बच्चे ही थे। तभी यह वारदात हुई। बदमाश लखनऊ से 3300 रुपये में कैब बुक करके आए थे। सीसीटीवी फुटेज में आया है कि तीनों खनन अधिकारी के कमरे के पास भी खड़े रहे।
खनन अधिकारी ने बताया कि तीनों उनके बच्चे का अपहरण करने के मकसद से ही आए थे। पुलिस की जांच में इस आरोप की पुष्टि होती है। कैब में अमूमन स्थान का लोकेशन गूगल मैप पर डाला जाता है, लेकिन युवकों ने उस कोठी का नाम फीड कराया था, जिसमें खनन अधिकारी का परिवार किराए पर रहता है। इससे जाहिर है कि उनके साथ कोई बड़ी साजिश रची जा रही है। एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि अभियुक्तों को गिरफ्तार जेल भेज दिया गया है।
मेरे लिए भगवान साबित हुआ कैब चालक
खनन अधिकारी ने बताया कि उनके बच्चे चीकू के लिए कैब चालक भगवान साबित हुआ। उसने यदि पत्नी वंदना को बदमाशों की साजिश के बारे में न बताया होता तो अनर्थ हो जाता। शुक्रवार को जब बदमाश रेकी करके काफी देर तक वापस नहीं लौटे तो कैब चालक उनकी तलाश करते हुए डा. दीपक के घर पहुंच गया। क्योंकि तीनों युवक उसी तरफ गए थे। दरवाजा खटखटाने पर वंदना सिंह बाहर निकलीं। चालक ने उनसे तीनों युवकों के बारे में पूछा और बताया कि उसका किराया दिए बिना सभी पता नहीं कहां चले गए। चालक ने ही वंदना को बताया कि तीनों यहां किसी छोटे बच्चे को उठाने आए हैं। इसके बाद वंदना सिंह ने पुलिस को सूचना दी। खनन अधिकारी ने इसी लिए चालक को मुकदमे में आरोपी भी नहीं बनाया।