Ram Mandir Bhumi Pujan: भूमि पूजन से पहले लाखों दीपों से जगमगा उठी रामनगरी, पुष्पों से सजा शहर
Ayodhya Ram Temple News भूमि पूजन से पहले अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जाएगा। अयोध्या धाम के 50 स्थानों पर भी दीप जलाए गए।
By Anurag GuptaEdited By: Updated: Wed, 05 Aug 2020 09:27 AM (IST)
अयोध्या, जेएनएन। Ayodhya Ram Temple News: रामनगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर देश के साथ विदेश में भी असीम उल्लास का माहौल है। देश तथा प्रदेश में आज तथा कल दीपावली जैसा माहौल रहेगा। मंगलवार की शाम से ही जगमग हो उठा प्रदेश, आज रात तक रहेगा। इस कारण अब राम नगरी में भी कौतूूहल चरम पर है।अयोध्या में राममंदिर के भूमिपूजन समारोह से पहले 'दीपोत्सव' के मौके पर दीपक जलाए गए। शहर को लाइटों से जगमग किया गया। अयोध्या की गलियों में भी दीपक जलाए गए। वहीं अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर के निर्माण के भूमि पूजन समारोह की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर दीपोत्सव का आयोजन किया। इस मौके पर जनभावना को अभिव्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कई ट्वीट किये। योगी ने लिखा, सगुन होंहि सुंदर सकल मन प्रसन्न सब केर। प्रभु आगवन जनाव जनु नगर रम्य चहुं फेर।।'सकल आस्था के प्रतिमान रघुनंदन प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखे जाने की पूर्व संध्या पर आज संपूर्ण भारतवर्ष आह्लादित है। यह दीपक श्री राम भक्तों के उल्लास से जगमग है।
असंख्य दीपों से जगमगा उठी रामनगरीअयोध्या में दीपोत्सव मनाया जा रहा है। अयोध्या धाम में 351000 दिए जलाए गए हैं। यह जानकारी जिला प्रशासन ने दी है। राम की पैड़ी समेत अयोध्या धाम के 50 स्थानों पर दिए जलाए गए। अयोध्या धाम के सभी मंदिरों में दिए जलाए गए हैं।
श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र में अब तक 30 करोड़ रुपये प्राप्त
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने बताया कि मेरे अनुमान के अनुसार, श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र में चार अगस्त तक 30 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं, कल तक हमारे पास भारत में रहने वाले लोगों से मोरारी बापू द्वारा उठाए गए 11 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड होगा। वहीं, 7 करोड़ रुपये विदेशों में रहने वाले लोगों से भी जुटाए गए हैं। हम तब तक बाहर से आने वाले दान को स्वीकार नहीं कर सकते हैं जब तक कि ट्रस्ट को एफसीआरए प्रमाणन प्राप्त नहीं हो जाता। इसलिए 7 करोड़ रुपये का दान तब तक रखा जाएगा।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से लेकर मोहन भागवत तक पहुंचे रामनगरी राममंदिर के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने को यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या अयोध्या पहुंच चुके हैं। यहां वह विहिप मुख्यालय कारसेवक पुरम पहुंचे। बुधवार को राम मंदिर भूमि पूजन में शमिल होंगे। वहीं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी लखनऊ से अयोध्या पहुंचे हैं।
दूसरी तरफ, नाथ संप्रदाय के उपाध्यक्ष बालक नाथ जी महाराज हरियाणा के रोहतक से रामनगरी पहुंचे। उधर, कारसेवक पुरम में सतपाल महाराज व बालकनाथ महाराज रामंदिर भूमि पूजन पर चर्चा की।
अब तक रामनगरी आए संत-महंतइस दिव्य भव्य आयोजन का हिस्सा बनने के लिए स्वामी अवधेशानंद, योग गुरू स्वामी बाबा रामदेव, चिंदानन्द मुनि, साध्वी ऋतंभरा, पुरुष परमानन्द जी महाराज, बालकानन्द जी महाराज, धन्तेय शांति मिश्र महाराज, फूल डोल बिहारी दास, स्वामी मित्रानन्द महाराज, राजेंद्र देवाचार्य राघवाचार्य, महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानन्द महाराज, डॉ. श्यामदेव देवाचार्य, राम कमलदास वेदांती, जगद गुरु रामानन्दाचार्य रामधराचार्य, डॉ. रामेश्वरदास श्री वैष्णव वनवासी संत दिगंबर गिरि बाल्मीकि संत सदानन्द जी, जत्थेदार इकबाल सिंह, डॉ. रामेश्वरानन्द हरि महाराज, बाबा लक्खा सिंह, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी, महामंत्री हरि गिरी, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रवींद्रपुरी, निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र महाराज पहुंच चुके हैं।
अयोध्या पहुंचे बाबा रामदेव, कहा- हजारों वर्षों की प्रतीक्षा के बाद मिला सौभाग्य योग गुरु बाबा रामदेव, स्वामी अवधेशानंद, चिदानंद मुनि, सुधीर दहिया, राजू स्वामी एक हेलिकॉप्टर से अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे। आज राममंदिर भूमि पूजन में शामिल होंगे।
वहीं, अयोध्या रवाना होने से पूर्व उन्होंने एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया। उसमें उन्होंने कहा - ''श्री रामजन्मभूमि के लिये हम प्रस्थान कर रहे हैं और हमें सौभाग्य मिला है कि हमारी आंखों के सामने, हमें दिव्य भव्य राम मंदिर के शिलान्यास में सम्मिलित होने का यह अवसर मिला है। सबके राम-राम नाम सुखदाई। ''
रामनगरी में बाहरी लोगों का प्रवेश बंदअयोध्या की सीमा को सील कर दिया गया है। रामनगरी में बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। बिना आइकार्ड चेक किए किसी को भी शहर में जाने की अनुमति नहीं मिल रही है। चार अगस्त की मध्य रात्रि से लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी जिले की सीमा से बाहरी व माल वाहक वाहनों के लिए यातायात डायवर्ट कर दिया जाएगा। रामनगरी के संपर्क मार्गाें पर सोमवार से पहरा बैठा दिया गया है। रामनगरी के प्रमुख मंदिर सहित कार्यशाला को भी कड़ी निगरानी में रखा गया है।
हनुमान गढ़ी व रामजन्मभूमि प्रांगण को एसपीजी की देखरेख में किया गया सैनेटाइजदेश तथा प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण रामनगरी अयोध्या में भी भूमि पूजन को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। पीएम मोदी के हर कार्यक्रम स्थल का एसपीजी कमांडो की टीम ने दौरा किया। इस दौरान उनकी देखरेख में हनुमानगढ़ी मंदिर तथा श्रीराम जन्मभूमि परिसर को नगर निगम की टीम ने सैनेटाइज किया। पीएम मोदी अयोध्या में आज सबसे पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन करेंगे।
ब्लैक कैट कमांडो ने संभाली सुरक्षा व्यवस्था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को रामनगरी पहुंचेंगे। उनके साथ कई महत्वपूर्ण हस्तियों का भी जमावड़ा अयोध्या में शुरू हो गया है। इसे देखते हुए प्रशासन कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहता है। मंगलवार को हनुमानगढ़ी के सामने ब्लैक कैट कमांडो ने मोर्चा संभाला लिया है। वहीं अधिकारियों ने पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन के मद्देनजर रिहर्सल भी किया। प्रधानमंत्री की सुरक्षा ड्यटी में तैनात मजिस्ट्रेटों को ड्रेस कोड का भी अनुपालन करना होगा। जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा की तरफ से मजिस्ट्रेटों की लगाई गई ड्यूटी में ड्रेस कोड का उल्लेख किया गया है। पीएम के नियत कार्यक्रम से तीन घंटे पहले मजिस्ट्रेट को अपने ड्यूटी प्वाइंट पर पहुंचना होगा। पीएम की ड्यूटी में तैनात मजिस्ट्रेट काले रंग का बंद गले का कोट, सफेद शर्ट व काले पैंट में होंगे। पीएम कार्यक्रम का यही ड्रेस कोड है। पीएम कार्यक्रम के 26 ड्यूटी प्वाइंट बनाए गए हैं। करीब 40 मजिस्ट्रेट ड्यूटी करेंगे।हनुमानगढ़ी में ही हनुमान निशान की विशेष पूजा अयोध्या में श्रीराम मंदिर जन्मभूमि पर भूमि पूजन की तैयारियों तथा पूजा के कार्यक्रम में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण काफी बदलाव किया गया है। इसी क्रम में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में हनुमानगढ़ी से जो हनुमान निशान जाना था, अब वो नहीं जाएगा। हनुमानगढ़ी में ही उसकी विशेष पूजा की गई है। अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में एक विशेष 'हनुमान निशान' है जो करीब सात सौ वर्ष पुराना बताया जाता है। यह चार मीटर चौड़ा और आठ मीटर लंबा ध्वज है। इसके साथ ही एक गदा और एक त्रिशूल है, जिसे करीब 20 लोग हनुमानगढ़ी से रामजन्मभूमि स्थल पर ले जाते हैं। कोरोना वायरस संकट के कारण इसको टाला गया है। इसी कारण विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े लोगों के साथ हनुमानगढ़ी मंदिर में पुजारियों ने हनुमान निशान की विशेष पूजा की। पहले सुबह नौ बजे इस निशान को रामजन्मभूमि ले जाना था। इस मौके पर संतोंं और राम भक्तों का उत्साह चरम पर दिखा। कोई भगवा लहरा रहा था तो कोई हनुमान जी का वेश धारण कर आनंद मग्न था।यह भी देखें: राम मंदिर भूमि पूजन से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में 'निशान' पूजा, जानिए आज के सभी अनुष्ठान
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