UP: कौन है बाहुबली विकास सिंह, अपराध के साथ राजनीति में भी बनाई पहचान, अब लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा नाम
खालिस्तानी आतंकियों और लारेंस बिश्नोई गैंग से नाम जुड़ने के बाद दिल्ली से दबोचे गए बाहुबली नेता विकास सिंह ने अपराध के साथ राजनीति में भी पहचान बनाई। लारेंस बिश्नोई गैंग से नाम जुड़ने के बाद एक बार फिर बाहुबली विकास का नाम चर्चा में आया है। अब एनआईए विकास सिंह के साथ करीबियों से भी पूछताछ कर सकती है।
अयोध्या, संसू। लारेंस बिश्नोई गैंग से नाम जुड़ने के बाद एक बार फिर विकास सिंह का नाम चर्चा में है। विकास सिंह पर मई 2022 में महोली(पंजाब) में इंटेलीजेंस मुख्यालय पर राकेट लांचर से हमले में शामिल लारेंस गैंग के दो अपराधियों को शरण देने का आरोप है। इसी प्रकरण में एनआइए ने बुधवार को दिल्ली से विकास सिंह को गिरफ्तार किया है।
जिले के देवगढ़ गांव निवासी विकास सिंह की छवि एक दबंग नेता की है। वह महराजगंज थाना का हिस्ट्रीशटर है। उस पर पहला मुकदमा वर्ष 1995 में थाना रामजन्मभूमि में दर्ज हुआ था। छात्रनेता रामगोपाल मिश्र उर्फ अन्ना की हत्या में उसे कुख्यात माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला का सह आरोपी बनाया गया था। विकास सिंह पर जिले के विभिन्न थानों में 21 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें हत्या सहित गैंगस्टर एवं गुंडा एक्ट तक शामिल हैं।
विकास के संबंध पूर्वांचल सहित प्रदेश के कई बाहुबली नेताओं से जगजाहिर हैं। अपराध के साथ-साथ राजनीति में भी विकास ने अपनी पहचान बनाई। जिले में विकास की सियासी पहचान भाजपा समर्थक एवं समाजसेवी के रूप में है, जबकि इससे पहले वह बसपा समर्थक था। गत विधानसभा चुनाव में विकास ने भाजपा नेता इंद्रप्रताप तिवारी खब्बू की पत्नी आरती तिवारी के चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी।
इसी वर्ष जनवरी में लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा पूराकलंदर के कुत्तूपुर निवासी एक किशोर एनआइए के हत्थे चढ़ गया। उससे पूछताछ में एनआइए को पता चला कि विकास सिंह ने लारेंस गैंग के उन अपराधियों को अपने यहां शरण दी थी, जो मोहाली में हुए राकेट लांचर हमले में शामिल थे। इस विषय पर विधायक अभय सिंह ने भी विकास को घेरा। उन्होंने कहाकि उनकी हत्या के इरादे से लारेंस गैंग के शूटर यहां आए थे। हालाकि अभी इसकी पुष्टि किसी जांच एजेंसी ने नहीं की है। एक माह पूर्व एनआइए की टीम ने विकास के घर पहुंच कर पूछताछ की थी।