अयोध्या के ADM कानून व्यवस्था की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से सदमें में गांव वाले, बताया- मिलनसार थे सुरजीत सिंह
अयोध्या में अपने आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिले एडीएम कानून व्यवस्था सुरजीत सिंह के गांव वाले सदमे में हैं। सुरजीत सिंह फर्रुखाबाद के नवाबगंज क्षेत्र के मंझना गांव के रहने वाले थे। वह काफी मिलनसार स्वभाव के थे और जब भी गांव आते तो परिवार व ग्रामीणों से जरूर मिलते थे। उनकी मौत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। अयोध्या में अपने आवास पर संदिग्ध हालात में मृत मिले एडीएम कानून व्यवस्था सुरजीत सिंह फर्रुखाबाद के नवाबगंज क्षेत्र के मंझना गांव के रहने वाले थे। माता-पिता के इकलौते पुत्र सुरजीत सिंह नौकरी लगने के बाद गांव से चले गए। उनका परिवार कानपुर में रह रहा है।
गांव में पैतृक आवास में ताला लगा रहता है। आखिरी बार वह फरवरी में अपने पुत्र का निमंत्रण देने गांव आए थे। उनकी मौत की जानकारी होते ही गांव के लोग हतप्रभ रह गए। उनके सहपाठी बताते हैं कि सुरजीत सिंह काफी मिलनसार स्वभाव के थे। जब भी गांव आए तो परिवार व गांव के लोगों से मिलते जरूर थे।
गांव मंझना निवासी सहपाठी रहे गांव के ही डॉ. वीरेन्द्र सिंह गंगवार बताते हैं कि हृदयराम गंगवार के पुत्र सुरजीत सिंह नौकरी लगने के बाद गांव से चले गए थे। वह वर्तमान में कानपुर में पत्नी निशा गंगवार व पुत्र हिमांशु गंगवार व पुत्री नेहा गंगवार के साथ रह रहे थे। उनकी प्राथमिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में हुई थी।
डॉ.वीरेंद्र सिंह गंगवार। जागरण
सूर्य कुमारी इंटर कालेज में हाईस्कूल तक उन्होंने साथ साथ पढ़ाई की। इसके बाद सुरजीत सिंह गंगवार की शिक्षा कन्नौज व कानपुर में हुई। सुरजीत सिंह अपने पुत्र हिमांशु गंगवार की शादी 14 फरवरी को की थी तभी उसका निमंत्रण देने फरवरी में आखरी बार गांव आए थे।पुत्र की शादी में गांव के कई लोग शामिल हुए थे। वर्ष 2023 में पुत्री नेहा गंगवार की शादी की दावत में भी गांव के लोग शामिल हुए थे।
गांव के ही सेवानिवृत पोस्टमास्टर श्रीप्रकाश चतुर्वेदी बताते हैं कि सुरजीत सिंह से उनकी मित्रता थी। जून में वह परिवार के साथ अयोध्या दर्शन करने गए तो सुरजीत सिंह ने काफी आवभगत की थी और पूरे परिवार के साथ अयोध्या दर्शन कराए थे। अचानक उनकी मौत की खबर से वह काफी दुखी हैं।अयोध्या में भ्रमण के दौरान एडीएम सुरजीत सिंह (दायें) के साथ गांव मंझना निवासी श्रीप्रकाश चतुर्वेदी। फाइल फोटो स्रोत श्रीप्रकाश चतुर्वेदी।
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