फर्रुखाबाद में मकबरे के शिव मंदिर होने का दावा, कोर्ट पहुंचा मामला; कमीशन ने किया निरीक्षण
Farrukhabad वाराणसी के ज्ञानवापी जैसा मामला ही फर्रुखाबाद से भी सामने आया है। यहां मकबरे के प्राचीन शिव मंदिर होने का दावा किया गया है। कायमगंज के गांव मऊ रसीदाबाद में मुगलकालीन रशीद मियां का प्राचीन रौजा स्थित है जो सरकार के पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित भी है। कई वर्ष पहले पुरातत्व विभाग की ओर से जीर्णोद्धार भी कराया गया था।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। प्राचीन रौजा (मकबरा) वाले भवन के प्राचीन शिव मंदिर होने का दावा करते हुए हिंदू जागरण मंच के नेता ने जिलाधिकारी को प्रतिवादी बनाकर सिविल कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। न्यायालय के आदेश से अमीन कमीशन ने स्थल का निरीक्षण कर नक्शा बनाया, जिसे न्यायालय में पेश किए जाने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
कायमगंज के गांव मऊ रसीदाबाद में मुगलकालीन रशीद मियां का प्राचीन रौजा स्थित है, जो सरकार के पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित भी है। कई वर्ष पहले पुरातत्व विभाग की ओर से जीर्णोद्धार भी कराया गया था।
दर्ज कराया गया मंदिर
हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना ने इस रौजा को प्राचीन गंगेश्वरनाथ शिव मंदिर बताते हुए पहले भी शासन में शिकायत भेजी थी कि मुगल आक्रमणकारियों ने शिव मंदिर को तोड़कर वहां मकबरा बना दिया है। उन्होंने सिविल न्यायालय सीनियर डिवीजन फतेहगढ़ में इसी दावे का मुकदमा दर्ज कराया है। जिसकी सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने अमीन कमीशन को निर्देश जारी किया कि स्थल पर जाकर मानचित्र बनाकर अपनी आख्या प्रस्तुत करें। जिसके अनुपालन में अमीन कमीशन ने बुधवार को उक्त स्थल का निरीक्षण किया है।नागा सैयद मजार पर ठोंका महंत ने दावा
नागाख्य शंकर मुक्ति नागेश दिगंबर शिव सनातन संस्कृति संवर्जन परिषद के अध्यक्ष आचार्य दिनेश सिंह गंगवार ने कंपिल क्षेत्र के गांव निजामुद्दीनपुर स्थित नागा सैय्यद मजार पर अपना दावा पेश किया। उन्होंने इस संबंध में न्यायालय सिविल जज सीनियर डिवीजन के यहां वाद दायर कर कहा कि यह प्राचीन शिव मंदिर है। राजस्व रिकार्ड यह मंदिर नागाख्य शंकर अर्थात नागा नाम से दर्ज है। उन्होंने साक्ष्य के तौर पर राजस्व रिकार्ड भी न्यायालय में दाखिल किया है।
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