महाराष्ट्र-गुजरात से आए यात्रियों की जांच तो दूर, थर्मल स्क्रीनिंग तक नहीं
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण महाराष्ट्र व गुजरात से बड़ी
By JagranEdited By: Updated: Sun, 18 Apr 2021 10:57 PM (IST)
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण महाराष्ट्र व गुजरात से बड़ी तादाद में प्रवासी अपने घरों की ओर रुख कर रहे हैं। भीड़ के चलते रेलवे स्पेशल ट्रेनें भी चला रही है। रविवार सुबह बांद्रा टर्मिनल-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन यहां आई। उससे 300 से अधिक यात्री उतरे। प्रवासियों का कोरोना टेस्ट तो छोड़िए रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था तक नहीं की गई। कुछ देर बाद ही मुंबई सेंट्रल-समस्तीपुर विशेष स्पेशल ट्रेन यहां आई। इस ट्रेन से यात्री तो नहीं उतरे, लेकिन भूख से परेशान यात्री खाद्य सामग्री के काउंटरों पर टूट पड़े। कुछ देर रुककर ट्रेन रवाना हो गई। खौफजदा रेल कर्मियों ने गेट पर टिकट तक नहीं पूछा।
बांद्रा टर्मिनल-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफार्म नंबर पांच पर रुकी गुरसहायगंज निवासी सलमान ने बताया कि वह लोग मुंबई में रहकर बर्फ बेचने का काम करते हैं। कोरोना का संक्रमण बढ़ने से मुंबई के हालात खराब हो गए, कारोबार ठप हो गया। इस कारण उन्होंने स्वजन सहित घर आना ही उचित समझा। कमालगंज निवासी शादाब ने कहा कि वह अन्य दोस्तों के साथ मुंबई में रहते हैं। मुंबई का कारोबार लगभग बंद सा हो गया है। इस कारण वह लोग वापस लौट आए। ट्रेन में गुजरात के सूरत आदि शहरों से भी यात्री लौटे। सबने वापसी की वजह कोरोना का प्रकोप ही बताया। गेट पर खड़े टीटीई ने कुछ यात्रियों की मोबाइल पर टिकट तो देखी, लेकिन दूरी बनाए रखी। आशा बहू रोज की तरह गेट पर ही बैठी रहीं। बाहर से आने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण व कोरोना टेस्ट की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इससे संक्रमण रुक पाना मुश्किल लग रहा है। इसके कुछ देर बाद ही मुंबई सेंट्रल-समस्तीपुर विशेष एक्सप्रेस ट्रेन आई। ट्रेन के रुकते ही यात्रियों की भीड़ खाद्य खरीदने को टूट पड़ी। इस दौरान शारीरिक दूरी का नियम भी धरा रह गया। अधिकांश यात्री अपना मास्क भी ठीक से नहीं लगाए थे। उन्हें समझाने के लिए भी कोई मौजूद नहीं था। टेंपो चालकों की रही चांदी लॉकडाउन के बावजूद रेलवे स्टेशन के बाहर कुछ टेंपो खड़े थे। मुंबई व गुजरात से आए यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए टेंपो चालकों ने मनमाने रुपये वसूले। सूरत से आए एक परिवार को जनपद कन्नौज के खड़िनी जाना था। टेंपों चालक ने उनसे आठ सौ रुपये किराया मांगा। दूसरे प्रांतों से आने वालों को गांव के बाहर किया जाएगा क्वारंटाइन
संवाद सूत्र, कमालगंज : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बहाने अपनों से मिलने की हसरत लेकर मुंबई, गुजरात, दिल्ली व अन्य प्रांतों से वोट डालने के लिए आने वाले मतदाताओं को गांव आने पर क्वारंटाइन कराया जाएगा। इसके बाद गांव में प्रवेश दिया जाएगा। उपजिलाधिकारी ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में क्वांरटाइन सेंटर बनाने के निर्देश दिए। पंचायत चुनाव में वोट के चक्कर में प्रत्याशी दिल्ली, मुंबई, गुजरात, गोवा, राजस्थान व कर्नाटक आदि स्थानों में काम करने वाले गांव के मतदाताओं को वोट डालने के लिए अपने निजी खर्च पर बुलाते हैं। बड़ी संख्या में लोग इन शहरों से चुनाव के दौरान इसी बहाने अपने स्वजनों से मिलने की आस लेकर आते हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए उपजिलाधिकारी अनिल कुमार ने इन लोगों से गांव में संक्रमण फैलने की आशंका पर शासन के निर्देशानुसार बाहर से आने के बाद सीधे क्वारंटाइन सेंटर भेजने के आदेश दिए। यह मतदाता अब बाहर से आने के बाद सीधे अपने घरों पर नहीं जा सकेंगे। इस बाबत उपजिलाधिकारी सदर अनिल कुमार ने खंड विकास अधिकारी राजेश बघेल को प्रत्येक ग्राम पंचायत में क्वारंटाइन सेंटर बनाने के निर्देश दिए। खंड विकास अधिकारी ने ग्राम पंचायत अधिकारियों को प्रत्येक ग्राम पंचायत में क्वारंटाइन सेंटर के लिए स्थान चयनित कर शीघ्र ही सूची उपलब्ध कराने के आदेश जारी किए। मतदान से पूर्व ही सेंटरों की व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश भी दिए।
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