गर्मी में कैसे बुझेगी प्यास, बंद पड़े आरओ प्लांट व वाटर कूलर
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद शहर में विधायक निधि से लगे आरओ प्लांट व वाटर कूलर महीने भ
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद: शहर में विधायक निधि से लगे आरओ प्लांट व वाटर कूलर महीने भर भी नहीं चल पाए। आरओ प्लांट तो कबाड़ में तब्दील हो चुके हैं। वाटर कूलर खराब पड़े हैं। नगर पालिका के भी 150 से अधिक वाटर कूलर बंद हैं। बस स्टेशन पर यात्री व शहर में आम नागरिक मजबूरन खरीद कर पानी पी रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से दिन में उमस बढ़ गई है, इससे पानी की मांग भी बढ़ गई है।
बसपा शासन के दौरान नवंबर 2011 में विधायक निधि से शहर के रोडवेज बस स्टेशन, बढ़पुर, लोहिया अस्पताल, बीबीगंज पुलिस चौकी व फतेहगढ़ के महीयसी महादेवी राजकीय बालिका इंटर कालेज में पेयजल शुद्धिकरण संयंत्र लगाए गए थे। हकीकत यह है कि अव्यवस्था के चलते यह प्लांट एक माह भी नहीं चल सके। कई प्लांट तो कबाड़ में तब्दील हो गए हैं। दो वर्ष पहले विधायक निधि से सातनपुर मंडी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरौन, पांचालघाट, फतेहगढ़ कोतवाली सहित कई स्थानों पर वाटर कूलर लगवाए गए थे। यह वाटर कूलर भी सालभर नहीं चल पाए। नगर पालिका परिषद ने भी शहर में करीब 200 वाटर कूलर लगवाए थे, जिनमें 150 से अधिक वाटर कूलर खराब पड़े हैं। दो साल से इनकी देखरेख तक नहीं हो रही है।
अधिकांश वाटर कूलर निष्प्रयोज्य, 50 नए लगेंगे
'किसी कारणवश दो साल से वाटर कूलरों की देखरेख नहीं हो पाई। पिछले दिनों मरम्मत का ठेका दिया गया था, लेकिन अधिकांश वाटर कूलर निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। 15वें वित्त आयोग की धनराशि से 50 नए वाटर कूलर लगवाए जाएंगे। इसकी स्वीकृति हो चुकी है। एक वाटर कूलर की लागत करीब एक लाख रुपये है।'
- रविद्र कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका।