फतेहगढ़ के मुहल्ला कसरट्टा निवासी माफिया अनुपम दुबे पुलिस इंस्पेक्टर रामनिवास यादव हत्याकांड में आजीवन कैद की सजा मथुरा जेल में काट रहा है। उसके छोटे भाई अनुराग दुबे उर्फ डब्बन के खिलाफ जानलेवा हमले अपहरण धोखाधड़ी गैंगस्टर आदि में मुकदमे दर्ज हैं। इनाम घोषित होने के बावजूद वह पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस बल व राजस्व टीम के साथ कुर्की आदेश लेकर उसके पैतृक गांव सहसापुर पहुंचीं
संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद (फर्रुखाबाद)। पुलिस इंस्पेक्टर हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे माफिया अनुपम दुबे के फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर भाई के खिलाफ पुलिस ने कुर्की अभियान चलाया। पुलिस प्रशासन ने कुर्की से पहले पूरे गांव में डुगडुगी पिटवाई और उसके बाद 40.47 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली।
इसमें उसका अपूर्वा महाविद्यालय, मकान व खेत शामिल हैं। उसके बैंक खाते भी सीज कर दिए गए हैं। फरार हिस्ट्रीशीटर पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है।
फतेहगढ़ के मुहल्ला कसरट्टा निवासी माफिया अनुपम दुबे पुलिस इंस्पेक्टर रामनिवास यादव हत्याकांड में आजीवन कैद की सजा मथुरा जेल में काट रहा है। उसके छोटे भाई अनुराग दुबे उर्फ डब्बन के खिलाफ जानलेवा हमले, अपहरण, धोखाधड़ी, गैंगस्टर आदि में मुकदमे दर्ज हैं। इनाम घोषित होने के बावजूद वह पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
कुर्की आदेश के साथ पैतृक गांव पहुंची पुलिस बल व राजस्व टीम
10 फरवरी को दोपहर तीन बजे के बाद तहसीलदार श्रद्धा पांडेय नायब तहसीलदार शनि कनौजिया, क्षेत्राधिकारी अरुण कुमार, मऊदरवाजा थाना प्रभारी आमोद प्रताप सिंह, नवाबगंज, जहानगंज थाना प्रभारी और कोतवाली पुलिस बल व राजस्व टीम के साथ कुर्की आदेश लेकर उसके पैतृक गांव सहसापुर पहुंचीं। ढोल बजाते हुए पूरे गांव में पुलिस ने मुनादी कराई।
उसके बाद तहसीलदार और मऊदरवाजा थाना प्रभारी ने डब्बन की पत्नी अर्चना दुबे को कुर्की नोटिस तामील कराकर घर भेज दिया। उसके बाद ड्रोन कैमरे से अनुपम दुबे और डब्बन के अपूर्वा महाविद्यालय की तलाशी ली। इस दौरान महाविद्यालय बंद था।
प्रबंध कमेटी की ओर से लगाया गया महाविद्यालय का ताला तोड़ दिया गया। राजस्व कर्मचारियों ने महाविद्यालय में जाकर कमरों की तलाशी लेने के बाद उसमें ताला डाल कर सील कर दिया। इसके बाद गांव में बने डब्बन के मकान को भी कुर्क कर सील कर दिया गया। 0.277 हेक्टेयर खेती को भी कुर्क कर लिया गया है। पुलिस ने घर और महाविद्यालय की दीवार पर कुर्की आदेश भी लिखवा दिया।
तहसीलदार श्रद्धा पांडेय ने बताया कि राजस्व रिकार्ड के मुताबिक गैंगस्टर एक्ट के तहत आरोपित अनुराग दुबे की 24,49,47,390 रुपये की चल व अचल संपत्ति कुर्क की गई है। इस संपत्ति की बाजार में कीमत 40,47,51,000 रुपये है। जबकि कुर्की के लिए प्रस्तावित चल व अचल संपत्ति 45,55,13,849 रुपये की है।
कभी अनुपम के पक्ष में खड़ा हो जाता था पूरा गांव
दो वर्ष पहले माफिया अनुपम दुबे का पूरे जिले में रसूख इतना था कि सत्ता पक्ष के नामचीन लोग भी उसके पीछे चलते थे। उसकी एक आवाज पर पैतृक गांव सहसापुर के लोग उसके पक्ष में खड़े हो जाते थे। यही कारण था कि अनुपम दुबे की मां कुसुमलता दुबे निर्विरोध ग्राम प्रधान चुनी जाती रहीं, लेकिन शनिवार को जब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी फोर्स के साथ ढोल बजवाते हुए गांव पहुंचे तो गांव की गलियों में सन्नाटा पसर गया। लोग घरों में दुबक गए।
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