संकिसा के विकास से खुल जाएंगे पर्यटन के रास्ते
संवाद सूत्र, संकिसा : विधानसभा में गुरुवार को पेश हुए बजट में प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा को बौ
By JagranEdited By: Updated: Thu, 07 Feb 2019 11:16 PM (IST)
संवाद सूत्र, संकिसा : विधानसभा में गुरुवार को पेश हुए बजट में प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा को बौद्ध परिपथ में शामिल करने की जानकारी मिलते ही बौद्ध व सनातनधर्मियों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों का मानना है कि दुनिया के विभिन्न देशों से बौद्ध अनुयायी संकिसा में दर्शन-पूजन करने आते हैं। सरकार के इस निर्णय से संकिसा के विकास को नए पंख लगेंगे। संकिसा का विकास हुआ तो जिले में पर्यटन के रास्ते खुलेंगे।
संकिसा देश-दुनिया में बौद्ध तीर्थस्थल के रूप में जाना जाता है। यहां श्रीलंका, जापान, म्यांमार, भूटान, तिब्बत, कंबोडिया आदि देशों के मठ-मंदिर स्थापित हैं। इनमें भंतेगण रहकर पूजा-अर्चना करते हैं। संकिसा को पर्यटन के नक्शे पर लाने की मांग वर्षों से चल रही थी। श्रीलंका सहित कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष, राजनायिकों के अलावा मुख्यमंत्री, मंत्री यहां आते रहे हैं। इसके बावजूद संकिसा का विकास नहीं हो सका। सपा सरकार में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संकिसा का कायाकल्प करने के लिए भूमि अधिग्रहण को प्रस्ताव मांगा था, लेकिन बाद में यह पत्रावली ठंडे बस्ते में डाल दी गई। जताई खुशी, रखी बात भंते चैतिसिक बोधि ने दावा किया कि धर्मगुरु दलाईलामा के प्रयास से संकिसा बौद्ध परिपथ में शामिल हुआ है। अब विकास संकिसा का विकास हो जाएगा। इससे यहां पर विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को सहूलियत मिलेगी। संकिसा के प्रमुख व्यवसायी मनोज चतुर्वेदी ने कहा, प्रदेश सरकार ने संकिसा को बौद्ध परिपथ में शामिल कर अच्छा निर्णय लिया है। इससे संकिसा का जहां विकास होगा, वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे।
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