पैसेंजर ट्रेन पलटाने की साजिश! शराब के दो पउवे लगाने के बाद सूझी शरारत तो… युवकों ने कबूला जुर्म
फर्रुखाबाद में रेलवे ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेन पलटाने की कोशिश के मामले में पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है। आरोपियों ने शराब पीने के बाद रेल ट्रैक पर लकड़ी का बोटा डालने की बात स्वीकार की है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि अभी कुछ और बिंदुओं पर जांच चल रही है। आरोपी घटना की खुद की चर्चा करने के कारण पकड़ में आ गए थे।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। कानपुर-कासगंज रेल खंड के भटासा हाल्ट स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेन पलटाने के षड्यंत्र की जांच में पुलिस के हाथ दोषियों तक पहुंच गए हैं।
शुक्रवार को हुई घटना के बाद पुलिस ने शनिवार को रेलवे के मेट और ट्रैकमैन समेत पांच लोगों से पूछताछ की थी। इसके बाद घटनास्थल के पास के गांव के दो युवकों को हिरासत में लिया गया है।
दोनों ने ट्रैक के किनारे शराब पीने और शरारतन लकड़ी का बोटा (पेड़ का तना) रेल ट्रैक पर डालने की बात को स्वीकार की। युवकों में एक किसान नेता का बेटा है। पुलिस ने अभी आरोपियों के नाम उजागर नहीं किए हैं। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि अभी कुछ और बिंदुओं पर जांच चल रही है।
खुद ही चर्चा करने पर पकड़ में आए आरोपी
पुलिस की पकड़ में आए आरोपी घटना की खुद की चर्चा करने के कारण पकड़ में आ गए। गांव अरियारा निवासी आरोपियों ने घटना के अगले दिन नशा उतरने के बाद खुद ही गांव के कुछ लोगों के बीच कहा कि नशे की हालत में वह रेल ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा डाल आए थे। गलती हो गई, इससे ट्रेन पलट सकती थी। उन्होंने तो लकड़ी इसलिए डाली थी कि वह देखना चाहते थे कि ट्रेन की टक्कर से मोटी लकड़ी टूटती है या नहीं। इस चर्चा को गांव के कई लोगों ने सुना।
पुलिस को छानबीन में जब रेलवे मेट व ट्रैकमैन के विवाद की जानकारी हुई तो उनसे व दुकान मालिक से पूछताछ की। आरोपियों द्वारा की गई चर्चा प्रकाश में आई। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया था। पुलिस को एक ऐसा व्यक्ति भी मिला, जिससे इन आरोपियों ने घटना से पहले शराब के दो पउवे मंगवाए थे।
रेलवे ट्रैक के पास ही है आरोपी की खेती
भटासा स्टेशन के पास जहां ट्रैक पर लकड़ी का बोटा रखा गया था। उस स्थल के पास ही एक आरोपी ने एक किसान का खेत बंटाई पर लेकर धान बोए थे। घटना वाली रात आरोपी इसी खेत में पानी लगाने आए थे। खेत में पानी लगाने के बाद शराब पी गई। नशे की हालत में ही दोनों आरोपियों ने ट्रैक पर यह लकड़ी रख दी थी।
इंजन में फंस गया था लकड़ी का बोटा
कायमगंज और फर्रुखाबाद के मध्य स्थित भटासा हाल्ट स्टेशन से 300 मीटर आगे शुक्रवार रात रेलवे लाइन पर साढ़े चार फीट लंबा और 75 सेंटीमीटर मोटा लकड़ी का बोटा पड़ा था। रात करीब 11:30 बजे फर्रुखाबाद की ओर 90 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से जा रही कासगंज-फर्रुखाबाद पैसेंजर के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई, मगर लकड़ी का बोटा इंजन में फंस गया था।
रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर जहीर खान ने षड्यंत्र की आशंका जताते हुए शनिवार को रेलवे एक्ट 1989 की धारा 150 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
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