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रामलला में आस्था जताकर अब्दुल्ला व फातिमा ने की 'घर वापसी', 19 साल पहले जबरन कराया गया था मतांतरण

Fatehpur News हथगाम कस्बा से सटे उजाड़े का पुरवा अल्पसंख्यक बाहुल्य गांव में गैर जिले से आए गरीब हिंदू दंपती ने दबाव के चलते वर्ष 2005 में मुस्लिम धर्म में मतांतरण करा लिया था लेकिन दंपती में रामलला पर आस्था नहीं टूट सकी। अब 19 बाद रामदल कार्यकर्ताओं के संपर्क में आने पर निसंतान दंपती ने फिर से हिंदू धर्म में वापसी कर ली।

By Sunildutt Tiwari Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 21 Feb 2024 11:22 AM (IST)
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रामलला में आस्था जताकर अब्दुल्ला व फातिमा ने की 'घर वापसी', 19 साल पहले जबरन कराया गया था मतांतरण
संवाद सूत्र, हथगाम। हथगाम कस्बा से सटे उजाड़े का पुरवा अल्पसंख्यक बाहुल्य गांव में गैर जिले से आए गरीब हिंदू दंपती ने दबाव के चलते वर्ष 2005 में मुस्लिम धर्म में मतांतरण करा लिया था लेकिन दंपती में रामलला पर आस्था नहीं टूट सकी। अब 19 बाद रामदल कार्यकर्ताओं के संपर्क में आने पर नि:संतान दंपती ने फिर से हिंदू धर्म में वापसी कर ली। हिंदू धर्म वापसी में धार्मिक अनुष्ठान के बीच नाम बदलकर शिवप्रसाद व कविता का नामकरण किया गया।

वाराणसी जिले में देहुलीपर गांव के रहने वाले दंपती गुड्डू लोधी व कविता ने वर्ष 2005 में किन्हीं कारणों से घर छोड़ दिया था और हथगाम कस्बा से सटे उजाड़े का पुरवा में आकर बस गए थे। मुस्लिम बाहुल्य गांव में दबाव में आकर उक्त दंपती ने अपना मतांतरण करा दिया और गुड्डू ने अपना नाम अब्दुल्ला और पत्नी का नाम फातिमा रखकर रहने लगे।

मेहनत-मजदूरी से अब्दुल्ला ने एक मकान बना लिया। वर्षों तक किसी को दंपती की हकीकत नहीं पता चली। कुछ दिनों पहले हुए घटनाक्रम ने दंपती के मन में धर्म ग्रह वापसी का दीप जलाया।

दंपती के घर सुंदरपाठ व नामकरण

रामदल कार्यकर्ताओं ने पूजा-पाठ करते हुए सुंदरकांड पाठ किया। पुरोहित ने राम-नाम जाप कराते हुए उक्त दंपती के घर पर धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराया। अब्दुल्ला और फातिमा बीबी को नया नाम शिवप्रसाद व कविता मिला है। धर्म ग्रह वापसी के बाद से दंपती बेहद खुश हैं। थानाध्यक्ष अभिलाष तिवारी ने भी दंपती को आश्वस्त किया कि यदि कोई व्यक्ति परेशान करता है तो तत्काल ही पुलिस को सूचित करें।

22 जनवरी से घर वापसी के दिए थे संकेत

अब्दुल्ला व फातिमा को एक बात तो अच्छी तरह से पता थी कि वह जन्म से हिंदू हैं। निसंतान दंपती को कई अल्पसंख्यक महिलाओं ने एक बच्चा गोद लेने की बात कही तो उन्होंने मना कर दिया। इसी बात पर बीते चार जनवरी को मुहल्लेवासियों से अब्दुल्ला यानि गुड्डू उर्फ शिवप्रसाद का झगड़ा हो गया। पुलिस ने दोनों पक्ष का शांति भंग में चालान कर दिया। गुड्डू ने रामदल कार्यकर्ताओं को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। विगत 22 जनवरी को अयोध्या में हुए प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा दिन अब्दुल्ला ने घर पर भगवा ध्वज लगाकर धर्म ग्रह वापसी का संकेत दिया।

साक्षी बने ये रामदल कार्यकर्ता

मंगलवार को हुए धर्म ग्रह वापसी के कार्यक्रम में रामदल अध्यक्ष आगेंद्र साहू के साथ अमित मिश्र, देवव्रत मिश्र, मगनलाल पांडेय, विकास सोनी, योगेंद्र द्विवेदी, धनंजय साहू, संजय ठाकुर, बंटू मिश्र, राजा साहू आदि लोग मौजूद होकर घर वापस के साक्षी बने।

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