अकाउंट हैक कर सात साल में बन गए 'करोड़पति', खरीदी लग्जरी कारें; अब पहुंचे सलाखों के पीछे
साइबर क्राइम पुलिस ने फतेहपुर में एक साइबर गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस गैंग के सरगना अमित शर्मा और उसके साथी हरीश सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों ने पिछले सात सालों में विभिन्न बैंकों के करीब 50 खातों को हैक कर डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की है। पुलिस ने इनके पास से कई फर्जी दस्तावेज चेकबुक और एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर। जेल में निरुद्ध महिला मित्र व साथी से मिलाई करने आने के दौरान साइबर क्राइम पुलिस के हत्थे चढ़े साइबर गैंग के सरगना अमित शर्मा ने अपने साथियों के साथ बीते सात वर्षों में विभिन्न बैंकों के करीब 50 खातों को हैक कर डेढ़ करोड़ रुपये हड़पे थे। जिसकी छानबीन में पुलिस जुटी हुई है। मंगलवार को सरगना व उसके साथी को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया। सरगना की बिना नंबर की स्कार्पियो पुलिस ने सीज कर दी है।
सोमवार को कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर औंग थाना गेट के समीप से साइबर क्राइम पुलिस के हत्थे चढ़े गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी थाने के नोएडा नयादरगंज में रहने वाले सरगना अमित शर्मा उर्फ विक्रांत प्रधान व दादरी थाने के ही शाहपुर खुर्द में रहने वाले इसके साथी हरीश सिंह ने पूछताछ में कई राज बताए।
गाड़ी को किया गया सीज
सरगना के पास से 5510 रुपये, एंड्रायड मोबाइल, दो कीपैड फोन, आईफोन, एसबीआइ ग्लोबल कार्ड, एचडीएफसी डेबिट कार्ड, प्रीपेड कार्ड, एसबीआइ वित्तीय समावेश कार्ड, केनरा बैंक का रुपे कार्ड, फर्जी आधारकार्ड, पैनकार्ड, एसबीआइ व बैंक आफ बड़ौदा की दो ब्लैंक चेकें व गरिमा सिंह का पीएनबी रुपे कार्ड मिला। हरीश के पास से 930 रुपये, एंड्रायड मोबाइल, फर्जी आधारकार्ड मिला। औंग एसओ सुरेश कुमार ने बताया कि स्कार्पियो को सीज कर दिया गया है।बिहार, राजस्थान, दिल्ली के बुजुर्ग शिकार
एसआइ रणधीर सिंह व कां. प्रवीन सिंह ने बताया कि सरगना अमित शर्मा ने नई दिल्ली में रहने वाले सेवानिवृत्त कर्मी चम्पतलाल, राजस्थान में ढोलपुर के लक्ष्मण सिंह, बिहार के आरा के भोजपुर में रहने वाले सीनियर सिटीजन गोपाल कुमार के साथ हापुड़, अलीगढ़ आदि जगहों पर रहने वाले लोगों के विभिन्न बैंकों में स्थित खाते हैक किए था। फतेहपुर शहर के सदाशिव रेलबाजार इंटर कालेज के शिक्षक राकेश कुमार सिंह से भी साढ़े दस लाख की ठगी की। सरगना के पास विभिन्न बैंकों में सात खाते व गरिमा सिंह के पास पांच बैंक खाते हैं। इन खातों को पुलिस ने होल्ड कर दिया है।अभिषेक नाम से करनी थी मिलाई
सरगना के साथी हरीश सिंह ने पूछताछ में बताया कि जेल में निरुद्ध एएसआइ की पुत्री गरिमा सिंह से मिलाई के लिए उसने अपने दोस्त अभिषेक निवासी नई दिल्ली की आइडी लगा दी थी और अभिषेक बनकर सोमवार को मिलाई के लिए जाना था इसके लिए अभिषेक नाम से जेल पोर्टल पर आनलाइन आवेदन भी कर दिया था लेकिन पकड़ा गया। वह इस समय बीफार्मा कर रहा है और एक मेडिकल स्टोर में बैठता है।
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सरगना अमित शर्मा ने इंटरमीडिएट के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। जिसके पास पकड़ी गई काले रंग की स्कार्पियो के साथ, स्विफ्ट कार, थार, बुलेट, स्कूटी व बाइक हैं। गौतमबुद्ध नगर में आलीशान मकान के साथ उसके पास सात वाहन हैं जिसमें तीन चार पहिया वाहन हैं। सोमवार को धरपकड़ में सरगना के भागते समय इसकी स्कार्पियो की टक्कर से कल्यानपुर थाने के साईं निवासी बाइक सवार देवीप्रसाद पासवान व ट्रैक्टर सवार सूरजदीन जख्मी हो गए थे। तहरीर मिलने पर कल्यानपुर पुलिस जांच कर रही है।गरिमा व विशाल शर्मा जेल में हैं निरुद्ध
नई दिल्ली के उत्तमनगर थाने के ओमविहार फेस-2 में रहने वाले सेवानिवृत्त एएसआइ की पुत्री गरिमा सिंह को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर छह अक्टूबर 2024 को जेल भेजा था जबकि इसके पूर्व इसी गिरोह के सदस्य विशाल शर्मा निवासी न्यू पंचवटी कालोनी, कोतवाली, गाजियाबाद को पुलिस ने 18 अगस्त को पकड़कर जेल भेजा था।साइबर ठग गैंग के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य -
- फतेहपुर में शिक्षक से साढ़े दस लाख की ठगी में सरगना के विरुद्ध कोर्ट से वारंट था।
- पुलिस ने घोषित किया था 25 हजार का इनाम, धरपकड़ को पुलिस गई थी नोएडा।
- गिरोह द्वारा इंश्योरेंस पालिसी व बैंक खातों में फर्जी दस्तावेज के जरिए नामिनी बनकर उनके मोबाइल नंबर की डुप्लीकेट सिम, टीएम चेकबुक आदि प्राप्त कर खाते में बची हुई रकम ट्रांसफर किया जाता था।
- फर्जी दस्तावेजों से खाताधारकों के खाता में मोबाइल नंबर लिंक कराकर चेकबुक व एटीएम प्राप्त कर यूपीआई लिंक कर ट्रांजेक्शन करते थे।
- मास्टरमाइंड सरगना अमित शर्मा उर्फ विक्रांत प्रधान व सदस्या एमकाम छात्रा गरिमा सिंह हापुड़ नगर से वर्ष 2023 में जेल जा चुके हैं।
- सरगना व इसके साथियों के विरुद्ध बैंक खातों पर एनसीआरपी पोर्टल पर विभिन्न प्रांत व जनपदों पर शिकायतें दर्ज हैं।