अब अखिलेश के फैसले पर टिकी निगाहें, भाजपा से नाम तय होने के बाद सपा में टिकटिक शुरू; फतेहपुर सीट पर यहां फंसा पेच
Fatehpur Lok Sabha Seat लोकसभा चुनाव की अधिसूचना एक-दो दिन में जारी हो सकती है ऐसे में सभी की निगाह चुनाव मैदान में उतरने वाले चेहरों पर टिकी है। भाजपा की पहली ही सूची में साध्वी निरंजन ज्योति को तीसरी बार प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। भाजपा से नाम आने के बाद सपा में चर्चा तेज हो गई है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना एक-दो दिन में जारी हो सकती है, ऐसे में सभी की निगाह चुनाव मैदान में उतरने वाले चेहरों पर टिकी है। भाजपा की पहली ही सूची में साध्वी निरंजन ज्योति को तीसरी बार प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। भाजपा से नाम आने के बाद सपा में चर्चा तेज हो गई है। पार्टी में टिकट प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम व पूर्व सांसद डा. अशोक पटेल के बीच फंसा हुआ है।
सभी की निगाहें सपा प्रमुख के एक फैसले पर टिकी हुई हैं। जातीय समीकरणों को ध्यान में रखकर सामान्य में पूर्व बार अध्यक्ष जगदीश सिंह उर्फ जालिम, पूर्व अध्यक्ष रामेश्वर दयाल दयालू भी दावेदारी कर रहें है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के लहुरी गांव के रहने वाले हैं। जहानाबाद से विधायक चुनने के साथ वह मंत्री रह चुके हैं। एमएलसी में नाम आने के बाद प्रदेश अध्यक्ष दावेदारी कमजोर हो गई लेकिन नामांकन के बाद तस्वीर साफ हुई तो यह स्पष्ट है कि प्रदेश अध्यक्ष चुनावी मैदान में कूदेंगे।
पार्टी मिर्जापुर का भी दे रही विकल्प
गृह जनपद होने के कारण वह फतेहपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के दावे को मजबूत किए हुए है, जबकि पार्टी मिर्जापुर का भी विकल्प दे रही है। पार्टी नेताओं की माने तो प्रदेश अध्यक्ष व डा. अशोक पटेल के बीच टिकट फंसा है। प्रदेश अध्यक्ष अगर मिर्जापुर से चुनाव लड़ने का तैयार हो जाते है तो डा. अशोक पटेल प्रत्याशी हो सकते हैं। उधर बसपा में पूर्व विधायक आदित्य पांडेय, असलम शेरखान, वीर प्रकाश लोधी के नाम चल रहे हैं।