हुसैनी सदाओं से गूंजी फिजा, करबला में ताजिया के फूल दफन
जागरण संवाददाता फतेहपुर हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत की याद में कोर
By JagranEdited By: Updated: Sun, 10 Oct 2021 06:22 PM (IST)
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत की याद में कोरोना गाइडलाइन के तहत रविवार को प्रात : शहर के चूड़ी वाली गली (कजियाना) स्थित इमाम बारहगाह मुख्तार नकवी मरहूम के यहां से चुप ताजिया व अलम-जुलूस निकलकर कदीमी रास्तों में घूमा। हाय हुसैन-हाय हुसैन की सदाओं के बीच अंजुमने अब्बासिया व जाफरिया ने नौहाख्वानी कर सीनाजनी की। इसके बाद बिदकी बस स्टाप स्थित करबला में ताजिया के फूलों को दफन किया गया।
लालाबाजार में दलालों की मस्जिद में तकरीर करते हुए यावर मेहंदी एडवोकेट ने कर्बला-ए-मैदान की यजीदी जुल्म की दांस्ता बयां की तो हर अकीदतमंदों के आंसू छलक पड़े। कहा, इस्लाम में आंतकवाद का कोई स्थान नहीं है इस्लाम अमन व खुशी का मजहब है। लालाबाजार से मुस्लिम इंटर कालेज होते हुए चुप ताजिया का जुलूस बिदकी बस स्टाप स्थित कर्बला तक पहुंचा जहां ताजिया को दफन किया गया। इस मौके पर आयोजक सैय्यद कसीम अब्बास नकवी एडवोकेट के नेतृत्व में सैय्यद मो. मुख्तार नकवी शोएब, मौलाना सैय्यद रिजवी, मौलाना हुज्जतुल इस्लाम, सैय्यद फिरोज हैदर रिजवी, मो. हुसैन जैनबी ने तकरीर की।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।