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बुरी तरह पीटा, बंदूक तानी- थाने में किया खूब टॉर्चर... अपने डर को वीडियों में बयां कर पिता का अंगौछा ले युवक ने लगाई फांसी

पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवक ने पिता का अंगौछा से फंदा लगाकर जान दे दी। खेत पर गए तो दिवंगत का मोबाइल फोन पड़ा मिला। मोबाइल खोलकर देखा तो रामरूप ने जान देने के पूर्व वीडियो बनाकर पुलिस प्रताड़ना का जिक्र किया था। पिता व भाई स्वजन के साथ एसपी से मिले और बेटे की मौत के दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

By Yogendra kumar patel Edited By: Aysha SheikhUpdated: Tue, 30 Jan 2024 03:25 PM (IST)
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अपने डर को वीडियों में बयां कर पिता का अंगौछा ले युवक ने लगाई फांसी

जागरण संवाददाता, फतेहपुर। पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवक ने थरियांव थाना पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर रविवार सुबह पेड़ में अंगौछे से फंदा लगाकर जान दे दी। अंतिम संस्कार के दूसरे दिन सोमवार को खेत में स्वजन को दिवंगत का मोबाइल फोन मिला, जिसमें दिवंगत ने जान देने के पूर्व बनाए वीडियो में पुलिस प्रताड़ना का जिक्र किया था।

वीडियो देखकर पिता व भाई ने एसपी उदयशंकर सिंह से मिलकर पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। एसपी ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले की जांच एएसपी विजयशंकर मिश्र को दी है। वीडियो इंटरनेट में प्रसारित हो रहा है। हालांकि, दैनिक जागरण प्रसारित वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था युवक

हुसेनगंज थाने के मानपुर गांव में रहने वाले अनोखे लाल लोधी का बड़ा पुत्र श्याम सिंह प्रयागराज में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा है, जबकि उससे छोटा 20 वर्षीय पुत्र रामरूप गांव में रहकर पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। बीती 27 जनवरी को थरियांव थाना पुलिस सेमरा में हुए रामरतन रैदास हत्याकांड में पूछताछ के लिए रामरूप को ले गई थी।

पूछताछ के बाद 29 जनवरी को फिर आने की बात कहकर पुलिस ने उसे छोड़ दिया। पूछताछ से डरा सहमा रामरूप 28 जनवरी की सुबह करीब सात बजे घर से पिता का अंगौछा लेकर खेत गया और वहां नीम के पेड़ में फंदा लगाकर जान दे दी। पीड़ित परिवार ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

हुसेनगंज इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह का कहना है कि आत्महत्या की सूचना तक नहीं दी गई अन्यथा शव का पोस्टमार्टम अवश्य कराया जाता। अंतिम संस्कार के दूसरे दिन सोमवार सुबह स्वजन खेत पर गए तो दिवंगत का मोबाइल फोन पड़ा मिला। मोबाइल खोलकर देखा तो रामरूप ने जान देने के पूर्व वीडियो बनाकर पुलिस प्रताड़ना का जिक्र किया था। पिता व भाई स्वजन के साथ एसपी से मिले और बेटे की मौत के दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

बंदूक तानकर बोल रहे थे मार देंगे...

इंटरनेट मीडिया में प्रसारित वीडियो में वह बोल रहा है कि पुलिस वाले उसे गांव से थाने ले गए और बुरी तरह से पीटा। बंदूक कान में लगाकर बोल रहे थे मार दूंगा, सूजा आंख के पास दिखाकर पैसा मांग रहे थे और हत्या में फंसाकर जेल भेजने की बात कह रहे थे। कुछ समझ में नहीं आ रहा है, इसलिए फांसी लगाने जा रहा हूं।

पिता बोला, पीने को पानी तक नहीं दिया

पिता अनोखेलाल ने आरोप लगाया कि 27 जनवरी को थरियांव पुलिस बेटे रामरूप को पकड़कर थाने ले गई लेकिन पीने को पानी तक नहीं दिया। बेटे ने आकर बताया था कि जबरदस्ती सेमरा हत्याकांड का जुर्म कबूल कराने के लिए बुरी तरह से मारापीटा।

थाने में अमानवीय प्रताड़ना दी गई। जुर्म कबूल न करने पर हत्या में फंसाने की बात बताई थी। पैसा भी मांगा और 29 जनवरी को फिर बुलाया था। पुलिस की मारपीट से डरा-सहमा बेटा रात को बिना खाना खाए ही सो गया था और सुबह उठकर खेत चला गया और आत्महत्या कर ली।

भाई बोला, बेल्टों से छोटे भाई को पीटा

दिवंगत के भाई श्याम सिंह ने आरोप लगाया कि थरियांव पुलिस का क्रूर चेहरा सामने आया है। पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे छोटे भाई को पुलिस ने थर्ड डिग्री दी। यदि भाई का मोबाइल फोन न मिलता तो जान देने के पूर्व बनाए गए वीडियो का पता भी नहीं चल पाता। हसवा चौकी व थरियांव थाने के पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए।

सेमरा में रामतरन हत्याकांड में पूछताछ के लिए थरियांव पुलिस ने रामरूप को बुलाया था। पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। अमानवीय व शारीरिक प्रताड़ना का आरोप पूरी तरह से निराधार है। जांच की जा रही है। - अरुण राय, सीओ थरियांव

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