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Fatehpur: चार साल से ठप पड़ा रेल पार्क का कार्य, इन्वेस्टर्स समिट में निवेश का खाका हुआ था तैयार; अब फिर से बन रही योजना

केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की पहल पर प्रस्तावित रेल पार्क में बीस से अधिक बड़ी कंपनियों को इकाई लगाने के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रस्तावित सरैला गांव रेल कोच फैक्ट्री लालगंज से 24 किलोमीटर की दूरी पर है। इन्वेस्टर्स समिट में रेल पार्क में निवेश का खाका तो तैयार हुआ लेकिन प्रस्तावित स्थल को लेकर कई बड़ी कंपनियों ने असहमति जताई तो मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

By Govind Dubey Edited By: riya.pandey Updated: Fri, 05 Jan 2024 12:34 PM (IST)
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चार साल से ठप पड़ा रेल पार्क का कार्य
जागरण संवाददाता, फतेहपुर। प्रदेश की वर्ष 2019 की इन्वेस्टर्स समिट में रायबरेली रेल कोच से जोड़ते हुए जिले में 2300 करोड़ के निवेश से रेल पार्क प्रस्तावित किया गया था। निजी क्षेत्र की कंपनियों को इसके लिए आमंत्रित किया गया।

गंगा असनी पुल के समीप सरैला गांव में प्रस्तावित रेल पार्क को संसाधनों से विकसित करने के लिए एबीए ग्रुप को लगाया गया। चार साल का समय बीत जाने के बाद अभी तक रेल पार्क के लिए जरूरत की भूमि की खरीद भी नहीं हो पाई। यह माना जा रहा है कि निवेशकों की मांग के अनुसार, शासन से स्थल बदलाव की पहल की जा रही है।

आकांक्षात्मक जिले को विकास की राह में ले जाने के लिए बड़े प्रोजेक्ट पर शासन ने सहमति व्यक्ति किया था, सही राजनीतिक पहल न होने से आखिर चार साल बाद भी रेल पार्क का जहां व तहां ही पड़ा रहा। एबीए ग्रुप की ओर से सरैला गांव के किसानों से संपर्क कर सौ बीघा के अधिक भूमि की खरीद व एग्रीमेंट किया गया। 254 एकड़ क्षेत्रफल में रेल पार्क को विकसित करने की योजना थी, इसके लिए शासन की ओर से हरी झंडी भी मिल गई थी।

केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की पहल पर प्रस्तावित रेल पार्क में बीस से अधिक बड़ी कंपनियों को इकाई लगाने के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रस्तावित सरैला गांव रेल कोच फैक्ट्री लालगंज से 24 किलोमीटर की दूरी पर है। इन्वेस्टर्स समिट में रेलपार्क में निवेश का खाका तो तैयार हुआ लेकिन प्रस्तावित स्थल को लेकर कई बड़ी कंपनियों ने असहमति जताई तो मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

निवेश में आगे आईं थी यह कंपनियां

जिंदल समूह, हिंदुस्तान फाइबर ग्लास, इंदिरा इंडस्ट्रीज, पेन्नार समूह, नीको, चेन्नई राधा इंजीनियरिंग, देवास मेटल्स सर्विस, ओमेक्स आटो, रेलटेक,ज्यूमेक्स इक्युपमेंटस, डूराटफ, फेबले ट्रांसपोर्ट आदि कंपनियों ने निजी क्षेत्र के रेलपार्क में निवेश के लिए तैयार है। प्राइवेट इंडस्ट्रीयल पार्क में इकाई लगाने वाली कंपनियों को भूमि खरीदने के लिए ब्याज में पचास प्रतिशत छूट के साथ ऋण लेने की सुविधा राज्य सरकार ने दी है।

केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के अनुसार, रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री को देखते हुए सरैला गांव में रेल पार्क प्रस्तावित किया गया था, बड़ी कंपनियों के निवेश की सहमति पर रेल पार्क को विकसित करने का कार्य भी शुरू हो गया था, लेकिन कुछ कारणों से काम लंबित हो गया। रेल पार्क बनकर तैयार हो इसके लिए कंपनियों को तैयार किया जाएगा। 

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