Ration Card: अब तक सिर्फ 78 प्रतिशत यूनिट का ही हो सकी E-KYC, इस तारीख तक आखिरी मौका
Ration Card E-KYC राशन कार्ड के लिए ई-केवाईसी अपडेशन की प्रक्रिया अभी भी जारी है। अब तक 78 प्रतिशत यूनिट का ही ई-केवाईसी अपडेशन हो सका है। ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्किंग की समस्या से सर्वर धीमे चलने से उचित दर विक्रेताओं को दिक्कत हो रही है। इसलिए शासन ने ई-केवाईसी अपडेट करने की तिथि 31 दिसंबर तक बढ़ा दी है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर। निश्शुल्क खाद्यान्न वितरण के लिए राशन कार्ड के ई-केवाईसी (इलेक्ट्रानिक नो योर कस्टमर) अपडेशन का कार्य पांच माह से चल रहा है, लेकिन पूरा नहीं हो सका है। 20 लाख यूनिटों (पारिवारिक सदस्य) में से अब तक 78 प्रतिशत (16 लाख कार्डों) का ही ई-केवाईसी अपडेशन हो सका है। ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्किंग की समस्या से सर्वर धीमे चलने से उचित दर विक्रेताओं को दिक्कत हो रही है। इसलिए शासन ने ई-केवाईसी अपडेट करने की तिथि 31 दिसंबर तक बढ़ा दी है।
जिले में एक हजार 109 उचित दर विक्रेताओं के सापेक्ष पांच लाख एक हजार 998 पात्र गृहस्थी राशन कार्डधारक हैं। उसमें से 36 हजार 789 अंत्योदय धारक हैं। राशनकार्डों में मुखिया समेत 20 लाख पारिवारिक सदस्य हैं। पात्र गृहस्थी के राशनकार्ड धारकों को हर माह निश्शुल्क गेहूं व चावल मिलता है।
क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी उमेश शुक्ला ने बताया कि ई-केवाईसी अपडेशन में कई कार्डों में कुछ ऐसे यूनिट हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी थी लेकिन उनके नाम राशनकार्ड में थे और राशन भी उठाया जा रहा था। सत्यापन में ऐसे नामों को कटवा दिया गया है, जिससे खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता बनी रहे। अब तक 78 प्रतिशत कार्डों का ई-केवाईसी अपडेशन हो चुका है।
जिला पूर्ति अधिकारी सुनील कुमार पुष्कर ने बताया-
सभी 13 ब्लाकों में राशनकार्डों में ई-केवाईसी अपडेशन का कार्य चल रहा है। अपडेशन की तिथि 31 दिसंबर तक बढ़ाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ जगहों पर नेटवर्किंग की समस्या है। उसके बावजूद नवंबर तक अपडेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर एक नजर
5,01,998 पात्र | गृहस्थी कार्डधारक |
36,789 | अंत्योदय कार्डधारक |
1,109 | उचित दर विक्रेता |
16 लाख यूनिट | ई-केवाईसी अपडेट |
59 हजार | 397.18 क्विंटल गेहूं |
39 हजार | 598.12 क्विंटल चावल |
बिना एसएमएस के धान काट रही कंबाइन हार्वेस्टर मशीन सीज
फतेहपुर: बिना एसएमएस (सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम) लगाए कंबाइन हार्वेस्टर मशीन से धान काटने पर रोक हैं, लेकिन अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में नियमों की अनदेखी करके मशीनों से धान कटाई जारी है।
सोमवार को बिंदकी तसहील के विषय वस्तु विशेषज्ञ प्रवीण कुमार सिंह ने उमरौड़ी कल्यानपुर में किसान के खेत से एक कंबाइन हार्वेस्टर पकड़ा और पुलिस बल के सहयोग से थाने ले जाकर सीज कर दिया।
उप कृषि निदेशक प्रसार राम मिलन सिंह के निर्देश पर जिले भर में कृषि विभाग की टीमें ऐसी मशीनों को पकड़ने के लिए सक्रिय है, बावजूद इसके मशीनों का संचालन करने वाले कारोबारी सुबह व देर शाम तक कटाई कर रही है। बिना एसएमएस के धान कटाने से बाद अवशेष डंठलों में किसान आग लगाते हैं, जिससे पर्यावरण का नुकसान होता है।
उप निदेशक ने बताया कि गांव गांव पराली प्रबंधन की टीम बनीं है, और सेटेलाइट से पराली जलाने के प्रकरणों को पकड़ने की व्यवस्था लागू है। अगर किसान खेत में पराली जलाते पाया गया तो उसके खिलाफ ढाई से 15 हजार तक जुर्माना लगाया जाएगा।
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