यूपी की इस सीट पर नतीजे से पहले मायावती के प्रत्याशी ने स्वीकारी हार, कहा- 'अल्लाह से नहीं सैफई परिवार से डरते हैं यहां के मुसलमान'
Firozabad BSP Candidate Chaudhary Bashir फिरोजाबाद से बसपा प्रत्याशी चौधरी बशीर ने वीडियो संदेश जारी कर कहा- मेरी हार से मुसलमानों को बहुत पछताना पड़ेगा। आज फिरोजाबाद का मुसलमान सैफई परिवार की बेड़ियों में जकड़ा हुआ है। बशीर को मायावती ने नामांकन से पहले उम्मीदवार बनाया था। पूर्व में घाेषित प्रत्याशी का टिकट काटकर फिरोजाबाद से उन्हें प्रत्याशी बनाया गया था।
जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। मतदान समापन के एक घंटे बाद ही बसपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री चौधरी बशीर ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने पहले बयान जारी किया कि मुसलमानों ने मुझे वोट न देकर यह साबित किया कि वे सच्चे व पक्के मुसलमान है।
बाद में जारी किए गए वीडियो संदेश में वे हमलावर नजर आए। कहा कि फिरोजाबाद के मुसलमान अल्लाह से नहीं, बल्कि सैफई परिवार से डरते हैं। अब कई वर्षों तक उनको ऐसा मौका नहीं मिलेगा। इसके लिए मुसलमानों को बहुत पछताना पड़ेगा। बसपा प्रत्याशी ने वीडियो में कहा कि उन्होंने फिरोजाबाद के मुसलमानों को बहुत समझाने की कोशिश की थी कि इस बार बसपा का बेस वोट पूरी तरह हमारे साथ है।
सपा पर लगाए माहौल बिगाड़ने के आरोप
बशीर ने कहा कि इस बार यदि वे साथ दे देंगे तो उनके बीच से एक सांसद बन जाएगा, लेकिन मुसलमान समाज के कुछ लोग, जो सपा के कार्यकर्ता हैं, उन्होंने माहौल को बिगाड़ने का पूरा प्रयास किया और बसपा को वोट नहीं पड़ने दिया। अफसोस के साथ यह कहना पड़ रहा है कि मेरी हार के लिए मुसलमानों को काफी पछताना पड़ेगा।ये भी पढ़ेंः Lok Sabha Election: तीसरे चरण में नहीं हुई 'वोटों की बारिश', आगरा की दाेनों लोकसभा सीटों पर बस इतना हुआ मतदान
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चार जून को पता लगेगा क्या खाेया और क्या पाया
बशीर ने कहा, कि उन्होंने एक सुनहरा मौका खो दिया। फिरोजाबाद के मुसलमानों को गुलामी की आदत पड़ चुकी है। वह सैफई परिवार से बाहर नहीं निकल पा रहा है। जब चार जून को चुनाव परिणाम आएगा, तो उनको यह समझ में आएगा कि उन्होंने क्या पाया और क्या खोया। चुनाव तो आते-जाते रहेंगे, लेकिन यह चुनाव यादगार रहेगा।
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