हादसा नहीं साजिश थी पटाखा गोदाम में धमाके की घटना, एनकाउंटर में पकड़ा गया बारूद जलाने वाला भूरे खां
शिकोहाबाद में गोदाम विस्फोट मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी भूरे खां को गिरफ्तार किया है। मृतक मीरा देवी के पुत्र ने आरोप लगाया कि भूरे ने जानबूझकर विस्फोटक इकट्ठा कर आग लगाई थी। भूरे के दो बेटे भी शामिल थे। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद भूरे को पकड़ा जब उसने पुलिस पर फायर किया। आरोपी को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
संवाद सूत्र, शिकोहाबाद। गोदाम में विस्फोट किसी लापरवाही या गलती के वजह से नहीं हुआ था बल्कि आतिशबाज भूरे खां ने जानबूझकर विस्फोटक इकट्ठा कर उसमें आग लगाई थी। इस कार्य में उसके दोनों बेटे भी साथ थे। ये आरोप दुर्घटना में मृत मीरादेवी के पुत्र ने भूरे और उसके बेटों पर दर्ज कराई प्राथमिकी में लगाए हैं। पुलिस ने रात पौने दस बजे भूरे खां को मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया।
दुर्घटना में दम तोड़ने वाली मीरा देवी के पुत्र पवन कुमार ने पुलिस को बताया कि भूरे उर्फ नवी अब्दुल्ला काफी समय से गांव में आतिशबाजी का काम करता है। लाइसेंस की शर्तों के अनुसार उसे आतिशबाजी का काम गांव से बाहर करना चाहिए था, लेकिन वह आबादी के बीच निर्माण और भंडारण कर रहा था।
उसके परिजन और अन्य ग्रामीण इसका विरोध करते थे। इसलिए भूरा ने साजिश के तहत अपने पुत्रों ताज और राजा के साथ मिल कर गोदाम में काफी मात्रा में बारूद इकट्ठा किया। इसके बाद सोमवार रात तीनों उसमें आग लगा कर भाग गए। उनका उद्देश्य ही हत्या करना था।
भागने की फिराक में था भूरा
पुलिस घटना के बाद से ही भूरे खां और उसके बेटों की तलाश कर रही थी। देर रात सूचना मिली की भूरा भागने की फिराक है और भूड़ा नहर पुल के पास खड़ा है। पुलिस ने घेराबंदी की तो उसने टीम पर फायर कर दिया।
जवाबी फायरिंग में पुलिस की एक गोली भूरे के पैर में लगी, जिससे वह घायल हो गया। सीओ प्रवीन कुमार तिवारी ने बताया कि आरोपी को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उसके पास से तमंचा बरामद किया है।
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