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Firozabad: बेटी की सलामती के लिए गुहार लगाता रहा पिता, पुलिस की लापरवाही के चलते दो साल बाद मिली मौत की खबर

कीठौत में रहने वाले मजदूर की बेटी पूनम (बदला हुआ नाम) 21 नवंबर 2020 की रात गायब हुई थी। पुलिस ने दो दिन बाद गौरव और उसके साथियों पर मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद पुलिस आरोपित के घर दो दिन बाद पहुंची तब तक पूरा परिवार गायब हो चुका था।

By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 09 Oct 2022 12:43 AM (IST)
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अब पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।
फिराेजाबाद, जागरण संवाददाता। जवान बेटी को बरामद करने के लिए मजदूर बाप थाने के चक्कर काटता रहा। मां थाने में जाकर कई बार बिलखती रही, लेकिन जिम्मेदार वर्दी वाले उन्हें टरकाते रहे। तरह-तरह के तंज कसे गए। पांच इंस्पेक्टर और चार विवेचक बदल गए। आरोपित का पूरा परिवार फरार था और घर में घास उग आई, लेकिन किसी ने कोई प्रयास नहीं किया। दो साल बाद जब बेटी की हत्या की खबर मिली तो परिवार बिलख उठा। अब पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।

पुलिस की देरी से परिवार समेत गायब हो गया था आरोपी

कीठौत में रहने वाले मजदूर की बेटी पूनम (बदला हुआ नाम) 21 नवंबर 2020 की रात गायब हुई थी। पुलिस ने दो दिन बाद गौरव और उसके साथियों पर मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद पुलिस आरोपित के घर दो दिन बाद पहुंची, तब तक पूरा परिवार गायब हो चुका था। 

बेटी की तलाश में पिता जब भी थाने जाता तो आश्वासन देकर वापस लौटा दिया जाता। बेबस पिता ने बेटी की तस्वीर वाले पोस्टर छपवाए और हैसियत से ज्यादा इनाम भी रखा, लेकिन कहीं से कोई खबर नहीं आई। नाउम्मीद पिता की शिकायत के बाद इंस्पेक्टर उदयवीर मलिक ने फाइल खुलवाई और गौरव की तलाश शुरू की। इसके बाद मामला खुल गया।

बाइक सिखाते-सिखाते हो गया था प्यार

पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूनम के पड़ोस में रहने वाले गौरव रेलवे पैंट्री कार में नौकरी करता था। सप्ताह में छुट्टी पर आता और बाइक से गांव में घूमता था। दोनों परिवार आपस में परिचित थे। एक दिन पूनम की मां ने कहा कि मेरी बेटी को भी बाइक सिखा दो। इसके बाद गौरव बाइक सिखाने लगा और दोनों की नजदीकियां बढ़ गईं।

साथ ले जाने की जिद पर अड़ी थी पूनम

गौरव और पूनम एक ही जाति के थे। गौरव ने उसे घर बसाने के सपने दिखाए थे। इसके बाद वह उससे प्यार करने लगी। वह उसे भगा ले जाने की बात करता था। पूनम उसके घर पर पहुंच गई और साथ ले जाने की जिद करने लगी। इस पर गौरव ने इनकार किया तो वह नाराज हो गई। विवाद में गौरव ने उसका गला घोंट दिया। इसके बाद परिवार के साथ मिलकर शव को दफना दिया।

एसपी ग्रामीण ने कहा...

एसपी ग्रामीण कुमार रणविजय ने बताया, ‘केस खुलने में विलंब हुआ है। पूर्व में थाने में तैनात इंस्पेक्टर और विवेचकों से इस केस के संबंध में किए गए प्रयास की समीक्षा की जाएगी। यदि लापरवाही पाई गई तो वैधानिक कार्रवाई भी होगी।’

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