Firozabad Incident: फिरोजाबाद में कैदी की मौत पर भड़कीं मायावती, यूपी पुलिस से कर दी ये बड़ी डिमांड
फिरोजाबाद में हुई कैदी की मौत पर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है। जेल अधीक्षक के अनुसार गुरुवार रात उसकी तबीयत खराब हो गई थी। हालांकि मां ने कहा है कि उसकी मृत्यु नहीं हुई है। इस पर मायावती की प्रतिक्रिया आई है। मायावती ने कहा कि सरकार दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करे तथा पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। थाना दक्षिण क्षेत्र के नगला पचिया निवासी बंदी की मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। पहले गुस्साए स्वजन और भीड़ ने बवाल किया। अब इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती की भी प्रतिक्रिया आई है।
मायावती ने लिखा कि यूपी के फिरोजाबाद जिले में एक वंचित कैदी की जेल में जिस प्रकार से जान ली गई। यह अति दुःखद। सरकार दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करे तथा पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे। उन्होंने आगे लिखा कि साथ ही इस घटना के विरूद्ध आवाज उठाने वाले निर्दोष लोगों को पुलिस तुरन्त छोड़े। और उन पर दायर केस भी वापिस लें। बी.एस.पी. की यह मांग।
क्या है पूरा मामला?
फिरोजाबाद जिले में जेल में बाइक चोरी के आरोप में 19 जून से बंद 27 वर्षीय बंदी आकाश कुमार निवासी नगला पचिया की मृत्यु हो गई थी। जेल अधीक्षक के अनुसार गुरुवार रात उसकी तबीयत खराब हो गई थी।जेल के अस्पताल में उपचार किया गया था। शुक्रवार सुबह फिर तबीयत बिगड़ गई। ट्रामा सेंटर में लाया गया। वहां उसकी मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम डाक्टरों के पैनल से कराया गया। हालांकि, स्वजन ने हत्या का आरोप लगाया है। इसे लेकर खूब बवाला हुआ और स्वजन ने धरना भी दिया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।डीएम रमेश रंजन ने बताया कि जिला प्रशासन पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद करेगा। मजिस्टीरियल जांच कराने का निर्णय अभी नहीं लिया गया है। पुलिस प्रशासन अपने स्तर से जांच करा रहा है। जिस भी स्तर पर गलती मिलेगी, कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने बताया कि घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देख कर उपद्रवियों की तलाश की जा रही है। सभी को चिन्हित कर कडृी कार्रवाई की जाएगी।बेटे की बीमारी से मौत नहीं हुई है। उसे जान बूझ कर मारा गया है। उसकी मौत के लिए पुलिस और कारागार प्रशासन जिम्मेदार है। मामले में दोषी लोगों का पता लगा कर उनके विरुद्ध मुकदमा लिखवाया जाए। - शकुंतला , बंदी आकाश की मां