Firojabad News: हाईवे पर पलटा ओवरलोड ऑटो, सास-बहू सहित तीन की मृत्यु; छह घायल
यूपी के फिरोजाबाद में हाईवे पर ओवरलोड ऑटो पलट गया। हादसे में सास-बहू सहित तीन की मृत्यु हो गई। वहीं सात घायल हुए हैं। चिकित्सक ने जलेसर रोड निवासी मुंशीलाल की 58 वर्षीय समधिन मायादेवी और उनकी 37 वर्षीय पुत्रवधू सावित्री देवी को मृत घोषित कर दिया। सावित्री के जीजा नंदूलाल को गंभीर अवस्था में आगरा रेफर किया गया रास्ते में उसकी भी मृत्यु हो चुकी है।
संवाद सहयोगी, फिरोजाबाद। अज्ञात वाहन की टक्कर से ओवरलोड आटो हाईवे पर अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में इटावा निवासी सास-बहू सहित तीन की मृत्यु हो गई। उनके परिवार के छह लोग घायल हो गए। ये सभी जलेसर रोड पर रहने वाले अपने रिश्तेदार के यहां गमी में शामिल होने आए थे।
जलेसर रोड निवासी मुंशीलाल की शनिवार सुबह घर पर मृत्यु हो गई थी। उनकी गमी में शामिल होने के लिए बड़े बेटे महेश के ससुरालीजन इटावा के थाना जसवंत नगर के गांव मलाजनी से आटो में आए थे। शाम चार बजे अंतिम संस्कार होने के बाद सभी लोग वापस जा रहे थे।
पीछे से आ रहे अज्ञात वाहन ने ऑटो में मारा कट
मक्खनपुर थाना क्षेत्र में नगला बहादुर के निकट ओवरब्रिज के नीचे पीछे से आ रहे अज्ञात वाहन ने आटो में कट मार दिया। जिससे वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराने के बाद पलट गया। जिससे आटो में बैठे लोगों में चीख पुकार मच गई। राहगीरों ने आटो को सीधा कर उसमें फंसे लोगों को बाहर निकाला। मौके पर पहुंची पुलिस उन्हें ट्रामा सेंटर लेकर आई।
चिकित्सक ने मुंशीलाल की 58 वर्षीय समधिन मायादेवी और उनकी 37 वर्षीय पुत्रवधू सावित्री देवी को मृत घोषित कर दिया। जबकि 60 वर्षीय समधी मातादीन, 75 वर्षीय ज्ञानवती, 60 वर्षीय भगवान सिंह, 45 वर्षीय गुड्डू, 45 वर्षीय अनीता, 65 वर्षीय नंदूलाल और 13 वर्षीय परी को भर्ती कर लिया। यहां से सावित्री के जीजा नंदूलाल को गंभीर अवस्था में आगरा रेफर कर दिया। रास्ते में उसकी भी मृत्यु हो गई। इंस्पेक्टर शिव सिंह चौहान ने बताया कि कट मारने वाले अज्ञात चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
कहीं नहीं हुई रोक-टोक
आटो में घटना में घायल भगवान सिंह का था। चालक सहित चार सीट की क्षमता वाले आटो में 10 लोग सवार थे। इसके बाद भी चालक उसे इटावा से यहां तक लंबी दूरी तय करके ले आया, लेकिन रास्ते में उसे कहीं रोका-टोका नहीं गया। इससे पुलिस, यातायात पुलिस के साथ ही परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एसपी ग्रामीण कुमार रणविजय का कहना है कि जागरूकता कार्यक्रमों और सख्ती के बाद भी कुछ लोग मानते नहीं है।
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