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UP News: घूंघट में अस्पताल पहुंचीं SDM, मरीजों की स्थिति देख IAS ने डॉक्टर को अपनी असली पहचान; फिर जो हुआ...

फिरोजाबाद में मंगलवार सुबह एसडीएम जिला मुख्यालय से तहसील आ रही थीं। तभी मरीज ने फोन कर बताया कि शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र पर अभी तक चिकित्सक नहीं आए हैं। वह स्वास्थ्य केंद्र का गोपनीय निरीक्षण करने पहुंचीं। वह दुपट्टे से घूंघट निकाल कर पैदल वहां पहुंचीं। आम मरीजों की तरह लाइन में लगकर दूसरे नाम से पर्चा बनवाया। फिर चिकित्सक को दिखाने के लिए भी लाइन में लगीं।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Wed, 13 Mar 2024 02:16 AM (IST)
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फिरोजाबाद की एसडीएम ने शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र का किया औचक निरीक्षण।(फोटो सोर्स: जागरण)
जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। सुबह 11.30 बजे। फिरोजाबाद स्थित शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों की कतार में लंबा घूंघट करके एक महिला खड़ी थी। पर्चा बनवाया और डॉक्टर के पास पहुंचकर बोलीं, मैं एसडीएम सदर आइएएस कृतिराज। इससे कर्मचारियों में अफरातफरी मच गई। स्टॉक में रखी आधी दवाइयां और इंजेक्शन एक्सपायर मिले। उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने वाले कर्मचारी नदारद थे।

गोपनीय निरीक्षण करने पहुंचीं एसडीएम

फिरोजाबाद में इसी स्वास्थ्य केंद्र पर कुत्ता काटने के इंजेक्शन (एंबी रैबीज वैक्सीन) लगाई जाती है। प्रशासन के पास केंद्र पर तैनात चिकित्सक एवं कर्मचारियों की मरीजों से दु‌र्व्यवहार की शिकायतें पहुंच रहीं थीं। मंगलवार सुबह एसडीएम जिला मुख्यालय से तहसील आ रही थीं। तभी मरीज ने फोन कर बताया कि शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र पर अभी तक चिकित्सक नहीं आए हैं। वह स्वास्थ्य केंद्र का गोपनीय निरीक्षण करने पहुंचीं।

वह दुपट्टे से घूंघट निकाल कर पैदल वहां पहुंचीं। आम मरीजों की तरह लाइन में लगकर दूसरे नाम से पर्चा बनवाया। फिर चिकित्सक को दिखाने के लिए भी लाइन में लगीं। इस दौरान चिकित्सक का मरीजों के प्रति व्यवहार उन्हें अच्छा नहीं लगा। काफी अव्यवस्थाएं भी थीं। अपना नंबर आने पर जब उन्होंने डॉ. शादाब खान को अपना परिचय दिया तो वहां अफरातफरी मच गई।

खड़े-खड़े लगा रहे थे इंजेक्शन, कर्मचारी थे गायब

एसडीएम ने बताया कि कर्मचारी मरीजों को खड़े-खड़े ही इंजेक्शन लगा रहे थे। पलंग पर काफी धूल थी। डिलीवरी रूम और शौचालय में भी गंदगी थी। ओआरएस के पैकेट, कुत्ते काटने के इंजेक्शन और स्टोर में रखी 50 प्रतिशत से अधिक दवाएं एक्सपायर मिलीं। फ्रिज बंद था। चिकित्सकों में सेवाभाव नहीं था। मरीजों के प्रति उनका व्यवहार भी ठीक नहीं था। कार्रवाई के लिए निरीक्षण रिपोर्ट डीएम को भेजी जा रही है।

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