Firozabad News: दारोगा दिनेश मिश्रा हत्याकांड, इंस्पेक्टर से मिले बेटी-दामाद, आरोपित का हो पोलीग्राफ टेस्ट
Firozabad News Daroga Murder Case दारोगा के स्वजन ने की धीरज का पालीग्राफ टेस्ट कराने की मांग। अरांव इंस्पेक्टर से मिले बेटी दामाद और भाई उठाए सवाल। अरांव थाने में तैनात दारोगा दिनेश मिश्रा की गुरुवार रात गांव चंदपुरा से लौटते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शनिवार को पुलिस ने घटना के समय उनके साथ उपस्थित उनके सहायक धीरज शर्मा को जेल भेज दिया।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 07 Aug 2023 10:15 AM (IST)
फिरोजाबाद, जागरण टीम। दारोगा दिनेश मिश्रा की हत्या के पर्दाफाश पर उनके स्वजन को विश्वास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने आरोपित धीरज का पालीग्राफ या नार्काे टेस्ट कराने की मांग की है। जिससे सच्चाई सामने आ सके। इस संबंध में दारोगा की पुलिसकर्मी बेटी, दामाद और छोटे भाई ने इंस्पेक्टर अरांव से भी मुलाकात की।
धीरज शराब की अत्यधिक नशे में था
पुलिस का कहना है कि धीरज ने दो माह का वेतन न देने, बेटी की फीस के लिए भी रुपये न देने पर गुस्से में आकर दारोगा को गोली मारी। पुलिस का ये भी कहना है कि धीरज शराब की अत्यधिक नशे में था। दारोगा के बेटे मोहित मिश्रा का कहना है कि उनके साथ ही परिवार के किसी भी सदस्य को ये विश्वास नहीं हो रहा है कि धीरज ने ये वारदात की है। यदि की भी है तो उसके साथ कोई और भी इस घटना में शामिल है। यदि पुलिस उस तक नहीं पहुंचेगी तो उनके परिवार को भविष्य में भी कोई नुकसान हो सकता है। इसलिए पुलिस को चाहिए कि धीरज का उनके स्वजन और मीडिया के सामने पालीग्राफ या नार्को टेस्ट कराया जाए।
स्वजन ये उठा रहे सवाल
- यदि हत्या धीरज ने की तो उसी ने पुलिस को तत्काल सूचना क्यों दी?
- वह भाग क्यों नहीं? जबकि घटनास्थल पर काफी अंधेरा था।
- घर से निकलने से पहले दारोगा 50 हजार रुपये लेकर निकले थे, वो कहां गए?
- धीरज को लेनदेन को लेकर कोई विवाद नहीं था। फिर विवाद की बात कहां से आई?
गोली लगने के बाद की कहानी, उदयवीर की जुबानी
गुरुवार की रात दारोगा को जैसे ही गोली लगी उसकी आवाज वहां से 40-50 मीटर दूर रहने वाले स्कूल संचालक उदयवीर सिंह ने सुनी। जागरण को उन्होंने बताया कि घटना रात आठ बजे करीब की है। वह छत पर थे। गोली चलने की आवाज सुनकर बेटी से देखने को कहा। उसे बाइक खड़ी दिखाई दी। उसे लगा कि बाइक का टायर फटा है। थोड़ी देर बाद उसे साहब..साहब की आवाज सुनाई दी। इसके बाद मैंने वहां से गुजर रहे बाइक सवारों से देखने के लिए कहा, लेकिन कोई रुका नहीं। इसके बाद एक साइकिल वाले से कहा उसने देखकर बताया कि दारोगा मिश्रा जी सड़क पर पड़े हैं। खून निकल रहा है। इसके बाद मैं मौके पर पहुंचा तो धीरज खड़ा मिला।एंबुलेंस के लिए किया फोन
उदयवीर सिंह ने पूछा कि क्या हुआ तो बोला कि एक्सीडेंट हुआ है। मैं दूसरी ओर गिरा और दरोगा जी दूसरी ओर। इसके बाद धीरज ने पीथेपुर निवासी राजू को एंबुलेंस के लिए फोन किया, लेकिन चालक लोकेशन नहीं समझ पाया तो मैंने धीरज से फोन लेकर चालक रास्ता समझाया। इसी दौरान दरोगा की पत्नी का फोन आ गया तो धीरज सकपका गया और बोला कि क्या कहूं फोन पर। इसी बीच अन्य लोग भी आ गए थे। उन्होंने खून निकलते देख कहा कि लगता है गोली लगी है। तभी उदयवीर ने कहा कि गोली की आवाज तो कुछ देर पहले उन्होंने भी सुनी थी। इतने में धीरज बोला कि लगता है इसमें हम ही फंसेंगे। थोड़ी देर में हां पुलिस आ गई और दरोगा तथा धीरज को अपने साथ ले गई।
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