Firozabad News: डीएपी खाद के लिए बच्चों को गोद में लेकर आई महिला किसान; चौका-चूल्हा छोड़कर खाद लेने पहुंची 'आधी आबादी'
डीएपी लेने के लिए सहकारी समितियों पर शाम तक मची रही आपाधापी। कई घंटे की प्रतीक्षा करने के बाद मिल सकी खाद पुलिस रही तैनात। डीएपी के लिए महिला किसान भी बड़ी संख्या में पहुंची। कुछ महिलाएं अपनी गोद में बच्चों को लेकर आई। यहां लंबे इंतजार के बाद उन्हें डीएपी की बोरी उपलब्ध हो सकी। वहीं विभागा ने खाद और बीज की कालाबाजारी पर छापा भी मारा गया है।
जागरण टीम, फिरोजाबाद। सहकारी समितियों पर डीएपी के लिए सुबह से शाम तक आपाधापी मची है। पुरुषों के साथ महिला किसान भी अपने बच्चों को गोद में लेकर लाइन में लगी रहीं। इस दौरान कई समितियों पर पुलिस की देखरेख में खाद बंटवाई गई।
सुबह आठ बजे से ही सदर ब्लाक की आनंदीपुर फतेहपुर सहकारी समिति पर किसान पहुंचे। साढ़े नौ बजे तक 50 से अधिक किसान लाइन में लग गए। सचिव और कर्मचारियों ने बारी-बारी से उन्हें डीएपी वितरित की। टूंडला की टूंडली, धीरपुरा, रसूलाबाद और बाघई समिति पर भी सुबह से किसानों की लाइन लगना शुरू हो गई।
महिला किसान बच्चों को गोद में लेकर आई
धीरपुरा में पुरुषों के साथ महिला किसान भी अपने बच्चों को गोद में लेकर पहुंच गई। यहां दोपहर तक सबसे पहले डीएपी लेने को आपाधापी मची रही। खैरगढ़ समिति पर किसानों की भीड़ को देखते हुए सचिव शैलेंद्र कुमार को पुलिस बुलानी पड़ी। नंदपुर, हाथवंत और कनवारा पर पुरुषों के साथ महिला किसान भी डीएपी लेने के लिए पहुंची।
डीएपी के लिए परेशान थे किसान
डीएपी के लिए पिछले काफी दिनों से परेशान थे। शनिवार को टूंडली स्थित साधन सहकारी समिति से डीएपी मिल सकी है। इसके लिए दो घंटे से भी अधिक समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। कृष्णा, घुरुकुआ
डीएपी समय से नहीं मिलने के कारण गेंहू की फसल की बोवाई नहीं कर पाए थे। समिति पर मारामारी हो रही है। डीएपी लेने के लिए घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। जाहर सिंह, धीरपुरा
जिले में आलू की बोवाई हो चुकी है। अब गेंहू की फसल की बोवाई हो रही है। सहकारी समितियों पर पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध है। सभी किसानों को डीएपी का वितरण किया जा रहा है। सुमित कुमार चौहान, जिला कृषि अधिकारी
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खाद-बीज की दुकानों पर छापे, एक निलंबित
शासन के आदेश पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को खाद बीज की दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान दुकानों से खाद के 12 नमूने भी लिए। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि स्टाक में अंतर मिलने पर राणा खाद भंडार, नारखी का लाइसेंस निलंबित किया जा रहा है। वहीं लक्ष्मी खाद भंडार और तिवारी खाद भंडार को रजिस्टर पूर्ण न मिलने पर चेतावनी दी है।