एसटीपी में शोधित पानी के प्रयोग से कर रहे भूजल संरक्षण
धनंजय वर्मा साहिबाबाद भूजल स्तर को गिरने से बचाने के लिए अच्छी पहल की गई है।
धनंजय वर्मा, साहिबाबाद : भूजल स्तर को गिरने से बचाने के लिए अच्छी पहल की गई है। इंदिरापुरम के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से निकलने वाले शोधित पानी को औद्योगिक इकाइयों, निर्माणाधीन साइटों के साथ सिचाई, सड़कों पर छिड़काव समेत अन्य कामों में प्रयोग किया जा रहा है। इससे इन कामों में हो रहे भूजल का दोहन रुका है।
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17 सौ औद्योगिक इकाइयों में प्रयोग होगा एसटीपी का पानी :
इंदिरापुरम के शक्ति खंड-चार में बने एसटीपी से रोजाना करोड़ों लीटर पानी शोधित होकर हरनंदी नदी में बह जाता है। इस पानी का प्रयोग साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट-चार की 17 सौ औद्योगिक इकाइयों में किया जाना है। इसके लिए नगर निगम की ओर से एसटीपी से लेकर साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र तक पाइपलाइन बिछाई जानी है। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक फंड की व्यवस्था होते ही इसका काम शुरू करा दिया जाएगा।
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15 से अधिक इकाइयां ले रही एसटीपी का पानी :
भूजल की जगह एसटीपी के शोधित पानी का प्रयोग करने के लिए 15 से अधिक औद्योगिक इकाइयां सामने आई हैं। एसटीपी से टैंकर में भरकर पानी ले जाते हैं और प्रयोग करते हैं। अंबिका स्टील की तीन इकाइयां, टीएंडटी ग्रुप, मैसर्स ग्रेविटी, माडर्न कंस्ट्रक्शन, केएलटी कंस्ट्रक्शन, प्रीजी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य इकाइयां रोजाना चार से पांच टैंकर पानी ले रही हैं।
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25 रुपये टैंकर पानी :
जीडीए के अधिशासी अभियंता एके चौधरी का कहना है कि 25 रुपये में पांच हजार लीटर पानी का एक टैंकर दिया जाता है। यहां पर लोगों को बेहद सस्ता पानी मिलता है। कोई भी इकाई एसटीपी से पानी ले सकती है।
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सिचाई व छिड़काव भी इसी पानी से :
एके चौधरी के मुताबिक एसटीपी से स्वर्ण जयंती पार्क तक पाइपलाइन बिछाई गई है। एसटीपी के पानी से पार्क की सिचाई की जाती है। साथ ही प्रदूषण की रोकथाम के लिए एसटीपी के पानी से सड़कों पर छिड़काव और पेड़ों की धुलाई की जाती है।