यूपी में 100 विधायक भाजपा में आने को आतुर, लेकिन दरवाजे बंद: मौर्य
भाजपा ने अन्य दलों के विधायकों के लिए अब अपने दरवाजे करीब-करीब बंद कर दिए हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट कर दिया कि पार्टी प्रत्याशी घोषित करने की जल्दबाजी में नहीं है।
गाजियाबाद [ अशोक ओझा ] भारतीय जनता पार्टी ने अन्य दलों के विधायकों के लिए अब अपने दरवाजे करीब-करीब बंद कर दिए हैं। यह साफ संदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि पार्टी प्रत्याशी घोषित करने की जल्दबाजी में नहीं है।
मौर्य शुक्रवार को दिल्ली से सहारनपुर जाते समय जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी के साथ मोदीनगर में सत्येंद्र त्यागी के निवास पर रुके। यहां पर संवाददाताओं से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव संगठन के बलबूते पर लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि प्रत्याशी पर पार्टी मात्र दस फीसद आश्रित रहेगी। संगठन के बल पर ही विधानसभा चुनाव में 300 सीटों पर पार्टी विजयी होगी व सरकार बनायेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अन्य दलों के एक सौ विधायक पार्टी में आने को तैयार है। लेकिन मैं अब दूसरे दलों के विधायकों को लेने के मूड में नहीं हूं।
उन्होंने पार्टी का टिकट चाहने वालों को स्पष्ट कर दिया कि भाजपा संगठन एवं लोकतांत्रिक पार्टी है। प्रत्याशी बड़ा नहीं है। बड़ा है तो पार्टी एवं चुनाव चिह्न कमल का फूल। जिसे टिकट मिलेगा उसे सभी मिलकर चुनाव लड़ायेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी संकेत दिए कि पार्टी जनवरी से पहले प्रत्याशी घोषित करने नहीं जा रही।
उन्होंने कहा कि अभी चार परिवर्तन यात्रा शुरू हो रही है। यात्रा का समापन 24 दिसंबर के अंत में होगा। इसके साथ ही प्रदेशभर में 200 पिछड़ा वर्ग सम्मेलन, महिला सम्मेलन, बूथ सम्मेलन होंगे। इसके बाद ही प्रत्याशी घोषित करने पर विचार होगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या जनवरी में? तो उन्होंने मूक स्वीकृति दी।
विकास करने वालों को रथ यात्रा की जरूरत नहीं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जो विकास करते हैं उन्हें रथ यात्रा की जरूरत नहीं होती। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हालात बदतर व अराजकता वाले हैं। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा-कांग्रेस एक है। अखिलेश यादव को रथ पर मायावती जी व राहुल जी को भी बैठा लेना चाहिए।
परिवर्तन यात्रा कुशासन से मुक्ति व सुशासन लाने के लिए
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा की परिवर्तन यात्रा प्रदेश को कुशासन से मुक्ति दिलाने एवं सुशासन की स्थापना के लिए है। उन्होंने कहा कि पांच नवंबर को सहारनपुर से शुरू होने वाली रैली में गृह मंत्री राजनाथ सिंह आवश्यक कार्य में व्यस्त होने के कारण मौजूद नहीं रहेंगे।
वे अन्य रैलियों में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, कलराज मिश्र, उमा भारती के साथ उपस्थित रहेंगे। उन्होंने भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव मछरी में एक समुदाय द्वारा दूसरे समुदाय पर हमले की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने इसके साथ ही पीडि़त पक्ष को सुरक्षा देने की मांग भी की। इस मौके पर मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी, पूर्व विधायक नरेंद्र सिसौदिया, सत्यवीर राघव, स्वदेश जैन, डा. पवन सिंघल, डा. देवेंद्र कुमार शिवाच, संजय सिंह, अजीत सिंह अमित चौधरी, नवीन जायसवाल, अरुण त्यागी, सुभाष तोमर, अमितेज जैन समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।