गाजियाबाद में मन नहीं लगा तो ट्रेन में बैठकर बिहार चला गया 9 साल का बच्चा और फिर...
चार जून की देर रात को उनसे पास सीतामढ़ी से उनके परिवार के लोगों ने फोन कर बताया कि आशिक गाजियाबाद से सीतामढ़ी पहुंच गया है फोन पर पिता से बातचीत के दौरान उसने बताया कि वह ऑटो से गाजियाबाद स्टेशन पहुंचा और वहां से बिहार जा रही ट्रेन में बैठकर सीतामढ़ी चला गया। इस मामले में शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद में मन नहीं लगने और अपनों की याद सताई तो नौ साल का बालक ट्रेन में बैठकर गाजियाबाद से बिहार पहुंच गया। शिकायतकर्ता छोटे लाल भंडारी ने बताया कि वह राकेश मार्ग पर रहते हैं।
वह मूलत: बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले हैं। नौ साल के बेटे आशिक कुमार को पढ़ाने के लिए 29 मई को बिहार से गाजियाबाद लेकर आए थे, बाकी परिवार बिहार में ही है। यहां से तीन जून की शाम को उनका बेटा घर से निकला फिर वापस नहीं लौटा, उसकी काफी तलाश की, लेकिन पता नहीं चल सका तो सिहानी गेट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी।
ऑटो से गाजियाबाद स्टेशन पहुंचा
उधर, चार जून की देर रात को उनसे पास सीतामढ़ी से उनके परिवार के लोगों ने फोन कर बताया कि आशिक गाजियाबाद से सीतामढ़ी पहुंच गया है, फोन पर पिता से बातचीत के दौरान उसने बताया कि वह ऑटो से गाजियाबाद स्टेशन पहुंचा और वहां से बिहार जा रही ट्रेन में बैठकर सीतामढ़ी चला गया।एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। बच्चे की तलाश में पुलिस टीम लगी थी, अब उसके मिलने की जानकारी मिली है।
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