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गाजियाबाद में दिनदहाड़े वकील की हत्या, तहसील के चैंबर में खाना खाते वक्त कनपटी पर मारी गोली

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। सिहानी गेट थाना क्षेत्र के तहसील परिसर में आज बुधवार को एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक अधिवक्ता की पहचान मोनू चौधरी के तौर पर की गई है। नोट- यह खबर अभी-अभी ब्रेक हुई है। जैसे-जैसे नई जानकारी आ रही है इसे अपडेट किया जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 30 Aug 2023 02:23 PM (IST)
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गाजियाबाद में अधिवक्ता की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, मचा हड़कंप
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। सिहानी गेट थाना क्षेत्र के तहसील सदर परिसर में बुधवार दोपहर जीजा ने अपने भाई के साथ मिलकर अधिवक्ता साले की गोली मारकर हत्या कर दी। दिनदहाड़े तहसील परिसर में हुई दुस्साहसिक वारदात से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हुआ है।

नकाब पहनकर आए दोनों भाई वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। आरोपित पास में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए हैं। एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी., डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल व एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने फारेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच की।

पुलिस की टीमों का हुआ गठन

आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया है। मूलरूप से मथुरा के रहने वाले अधिवक्ता मनोज चौधरी उर्फ मोनू वर्तमान में गोविंदपुरम जे-ब्लॉक में रहते थे। वह वर्ष 2008 से तहसील सदर में प्रैक्टिस कर रहे हैं। परिवार में चार बहन सरिता, सपना, कल्पना व ज्योति और पत्नी कविता दो बच्चे आरव व कनक हैं।

यूपी पुलिस से पिता थे रिटायर

पिता रनजीत सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस से उपनिरीक्षक के पद से सेवानिवृत थे और उनकी आठ वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। बड़ी बहन सरिता की शादी चिरंजीव विहार के रहने वाले अमित डागर से हुई थी। आरोप है कि अमित शराब पीने का आदी है और आए दिन नशे में उनके साथ मारपीट करता था।

मायके में रहने लगी थी सरिता

इसके चलते वह 24 जून को ससुराल छोड़कर मायके आकर रहने लगी थी। इसके बाद से अमित व उसका छोटा भाई नितिन आए दिन साले मनोज को जान से मारने की धमकी देते थे। अमित और नितिन भी अधिवक्ता हैं। अमित ग्रेटर नोएडा में प्रैक्टिस करता है जबकि नितिन तहसील सदर में प्रैक्टिस करता है।

कनपटी पर सटाकर मार दी गोली

बुधवार दोपहर करीब दो बजे मनोज चौधरी चैंबर मालिक मुनेश त्यागी के साथ चैंबर पर बैठे हुए खाना खा रहे थे। जबकि दो मुंशी गौरव व जितेंद्र भी चैंबर में मौजूद थे। इस बीच अमित व नितिन नकाब पहन कर चैंबर पर पहुंचे और तमंचा निकाल मनोज चौधरी की कनपटी पर लगा कर गोली चला दी। गोली कनपटी के आर-पार हो गई और मनोज की मौके पर मौत हो गई।

मच गई अफरा-तफरी

गोली की आवाज सुनकर तहसील परिसर में अफरा-तफरी मच गई और आरोपित मौके से पैदल ही भागे और बाहर जाकर वह बाइक से फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस मनोज को जिला एमएमजी अस्पताल लेकर पहुंची, यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इनके खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट

मामले में पत्नी कविता ने पति अमित डागर, देवर नितिन डागर, ससुर मदन व अनुज और पालू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

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