Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Ghaziabad Crime: तीन साल बाद खुला अपहरण कर महिला की हत्या का मामला, बेटी ने पुलिस को बताई पूरी घटना

विजय नगर थाना क्षेत्र में एक नवंबर 2021 को बेटी को स्कूल छोड़ने गई महिला लापता हो गई थी। महिला के पति ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इस मामले में अब नया खुलासा हुआ है। बेटी ने पिता और चचेरे भाई पर आरोप लगाया कि उन दोनों भाड़े के हत्यारों से मां का अपहरण कर हत्या कराकर शव ठिकाने लगवाया गया है।

By vinit Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Thu, 25 Jul 2024 02:51 PM (IST)
Hero Image
मृतक महिला फिरदौस का फाइल फोटो सौ.- जागरण

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। विजय नगर क्षेत्र से एक नवंबर 2021 में लापता हुई फिरदौस की गुमशुदगी मामले में सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। महिला के पति ने ही भाड़े के हत्यारों को फिरदौस की हत्या की सुपारी देकर हत्याकांड को अंजाम दिलाया था। क्राइम ब्रांच ने महिला के पति और दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया। 

बेटी को स्कूल छोड़ने गई थी महिला

पुलिस के मुताबिक प्रताप विहार सेक्टर-12 निवासी इंतजार की पत्नी फिरदौस एक नवंबर 2021 की सुबह बेटी को घर के पास ही स्कूल छोड़ने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। इंतजार ने विजय नगर थाने में दो नवंबर को फिरदौस की गुमशुदगी दर्ज करा दी।

डीसीपी सिटी राजेश कुमार का कहना है कि जिस दिन उनकी फिरदौस स्कूल के लिए निकली थी उनके पीछे इंतजार का भतीजा शादाब भी गया था। इंतजार ने लोगों में यह अफवाह उड़ाई कि उसकी पत्नी किसी के साथ भाग गई है।

बहन सिमरन को बताई पूरी बात 

एक दिन महिला की बेटी फिजा ने अपने पिता और शादाब को बात करते सुना कि सोनू, परवेज, जेपी उर्फ अरशद, नौशाद और सलीम को पैसे देकर फिरदौस को उठवाकर मरवा दिया है और ऐसी जगह लाश ले जाकर फेंकी है कि कोई तलाश भी नहीं कर सकता। यह सुनकर फिजा डर गई और उसने अपनी बहन सिमरन को पूरी बात बताई।

दोनों बहनों ने डर की वजह से अपने अन्य भाई बहनों से इस घटना का जिक्र नहीं किया और अपनी मर्जी से शादी कर ली। फिजा की शिकायत पर विजय नगर थाने में अपहरण और आपराधिक साजिश रचने की धाराओं में केस दर्ज डीसीपी सिटी राजेश कुमार का कहना है कि मामले में आरोपित गिरफ्तार किये गए हैं।

हत्या कर शव यमुना एक्सप्रेस-वे के पास फेंका

पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने महिला की हत्या एक नवंबर 2021 को अपहरण के बाद कार में ही सीट बेल्ट से गला घोंटकर कर दी थी। इसका बाद शव रबूपुरा थानाक्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस-वे के पास नाले में फेंक फरार हो गए थे।

इस काम के लिए आरोपितों को साढ़े पांच लाख रुपये इंतजार ने प्लॉट बेचकर दिए थे। रबूपुरा पुलिस को शव 14 नवंबर को मिला था, लेकिन शव की पहचान नहीं हो पाई थी।