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राष्ट्रवाद के सामने गाजियाबाद के मतदाताओं ने जातिवाद को नकारा, अतुल गर्ग ने बताई जीत की वजहें

राष्ट्रवाद के सामने गाजियाबाद के एकतरफा मुकाबले में भाजपा के अतुल गर्ग ने कांग्रेस की डॉली शर्मा को लगभग चार लाख वोटों से हराया है। वह गाजियाबाद लोकसभा सीट के लिए सांसद निर्वाचित हुए हैं। चुनाव के परिणाम और सांसद बनने के बाद गाजियाबाद के लोगों की जो समस्याएं हैं उनको वह कैसे दूर करेंगे इसको लेकर दैनिक जागरण ने नवनिर्वाचित सांसद अतुल गर्ग से विस्तार से बातचीत की।

By tripathi aditya Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Wed, 05 Jun 2024 02:15 PM (IST)
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अतुल गर्ग को प्रमाणपत्र सौंपते जिला निर्वाचन अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह। सौ. प्रशासन

2009 से अस्तित्व में आई गाजियाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा ने लगातार चौथी बार जीत हासिल की है। एकतरफा मुकाबले में भाजपा के अतुल गर्ग ने कांग्रेस की डॉली शर्मा को लगभग चार लाख वोटों से हराया है। वह गाजियाबाद लोकसभा सीट के लिए सांसद निर्वाचित हुए हैं। चुनाव के परिणाम और सांसद बनने के बाद गाजियाबाद के लोगों की जो समस्याएं हैं, उनको वह कैसे दूर करेंगे, इसको लेकर दैनिक जागरण के आदित्य त्रिपाठी ने नवनिर्वाचित सांसद अतुल गर्ग से विस्तार से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश ...

सवाल - आप लगातार दो बार विधायक रहे, अब सांसद बने हैं, कैसा महसूस कर रहे हैं?

जवाब - बहुत सामान्य महसूस कर रहा हूं। गाजियाबाद में भाजपा को जितना वोट मिलना था, उतना वोट मिला है। हमें मतदाताओं से यह अपेक्षा थी, उन्होंने अपना आशीर्वाद भाजपा को दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति के तहत कार्य करना और कार्यकर्ताओं की मेहनत है, जिसका परिणाम सामने आया है।

सवाल - अब तक राज्य सरकार के साथ मिलकर कार्य किया, अब केंद्र सरकार के साथ मिलकर कार्य करेंगे, इसको लेकर कैसा महसूस कर रहे हैं

जवाब - हर व्यक्ति के मन में जीवन भर के लिए सपना होता है कि उसको राष्ट्र के नायक के साथ काम करने का मौका मिले। मुझे अब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करने का मौका मिलेगा, जिस सदन में नरेंद्र मोदी आगे बैठेंगे उसमें पीछे मैं भी बैठा होऊंगा, इसको लेकर बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं।

सवाल - ऐसे कौन से मुद्दे हैं, जिनको लेकर आप सोचते हैं कि मैं विधायक रहते नहीं करा पाया लेकिन सांसद बनने पर कराऊंगा?

जवाब - यह कहना ठीक नहीं है कि वो नहीं करा पाए और मैं करा दूंगा। लेकिन यह सही है कि बहुत सी चीजों के बारे में जानकारी नहीं हो पाती थी, जैसे कि गाजियाबाद में हिंंडन एयरपोर्ट है लेकिन वहां से उड़ानें क्यों नहीं चालू हो पा रही हैं, यह पता नहीं चल पाता है।

अब इसका पता कर सकूंगा, रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार का कार्य चल रहा है, लेकिन यहां पर ट्रेनों की स्थिति क्या रहेगी, किन ट्रेनों का स्टापेज बढ़ाया जाएगा। इसकी जानकारी नहीं मिल पाती थी। बहुत सी चीजें ऐसी हैं, जिनकी जानकारी जनप्रतिनिधि होने के नाते हमें जनता को देनी चाहिए। यदि काम नहीं हो पा रहा है तो क्यों नहीं हो पा रहा है, यह भी जनता को बताना चाहिए।

सवाल - उत्तर प्रदेश में भाजपा की सीटें पिछले चुनाव के मुकाबले कम हुई हैं, गाजियाबाद में भी जीत का अंतर पहले के मुकाबले कम हुआ है, इसकी क्या वजह मानते हैं ?

जवाब - बाकी स्थानों का तो नहीं पता, लेकिन गाजियाबाद के बारे में पता है। यहां मतदान कम हुआ था। जितना मत पहले मिला था, भाजपा को इस बार भी उतना मत मिला है। अंतर की वजह यह है कि सामने वाले प्रत्याशी को पहले से अधिक वोट मिला है। इसकी वजह झूठ पर झूठ बोलना है। जातिवाद पर बेशर्मी से काम करना। लेकिन गाजियाबाद की जनता को मैं सलाम करता हूं, उन्होंने राष्ट्रवाद के सामने जातिवाद को चलने नहीं दिया।

सवाल : दैनिक जागरण ने आकांक्षी एनसीआर के तहत पेयजल किल्लत, जाम, हरनंदी की सफाई, प्रदूषण, कूड़ा निस्तारण की समस्या के मुद्दे को उठाया है, इन मुद्दों का समाधान कराने की क्या योजना है?

जवाब : जहां एक सांसद की भूमिका होगी, वह सक्रिय रूप से दिखाई देगी। मैं सक्रिय होकर कार्य करूंगा। इन मुद्दों का समाधान राज्य व केंद्र सरकार दोनों से जुड़ा हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार के जनप्रतिनिधि एक टीम की तरह कार्य करेंगे। मैं केंद्र सरकार का हिस्सा होने के कारण प्राथमिकता से इन मुद्दों का समाधान कराने का प्रयास करूंगा।