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Lok Sabha Election 2024: गाजियाबाद में भाजपा की पहली पसंद क्षत्रिय, बसपा की ब्राह्मण; कांग्रेस ने लगातार बदले चेहरे

चुना आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर चुका है लेकिन गाजियाबाद में अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की है। गाजियाबाद में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। 2009 से अस्तित्व में आई गाजियाबाद लोकसभा सीट पर लगातार तीन बार से भाजपा प्रत्याशी जीत हासिल कर रहे हैं।

By Abhishek Singh Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 18 Mar 2024 12:15 PM (IST)
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Lok Sabha Election 2024: गाजियाबाद में भाजपा की पहली पसंद क्षत्रिय, बसपा की ब्राह्मण
अभिषेक सिंह, गाजियाबाद। मतदान की तारीख की घोषणा होने के बाद मतदाताओं को प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होने का इंतजार है। अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की है। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा न करना भी सियासी युद्ध में राजनीतिक दलों की रणनीति का ही हिस्सा माना जा रहा है।

दूसरे दलों को भी भाजपा के प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार है। माना जा रहा है कि भाजपा के प्रत्याशी के नाम की घोषणा होने के बाद दूसरे दल प्रत्याशियों को लेकर अपने पत्ते खोलेंगे। हालांकि इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा की पहली पसंद क्षत्रिय और बसपा की ब्राह्मण प्रत्याशी है, कांग्रेस ने लगातार बदलाव करते हुए 2009 में वैश्य, 2014 में पंजाबी और 2019 में ब्राह्मण चेहरे पर दांव खेला।

कांग्रेस ने लगातार बदले हैं प्रत्याशी

2009 से अस्तित्व में आई गाजियाबाद लोकसभा सीट पर लगातार तीन बार से भाजपा प्रत्याशी की जीत हो रही है। भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस ने इस सीट पर लगातार प्रत्याशियों को बदलाव किया, लेकिन जीत हासिल करने में असफल रही।

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2009 में भाजपा ने राजनाथ सिंह को प्रत्याशी बनाकर चुनाव के मैदान में उतारा था, तब कांग्रेस ने सुरेंद्र प्रकाश गोयल को प्रत्याशी बनाया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जनरल वीके सिंह को प्रत्याशी बनाया तो कांग्रेस ने सिने स्टार राज बब्बर को चुनाव के मैदान में उतारा। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जनरल वीके सिंह पर दोबारा दांव लगाया तो कांग्रेस ने डाली शर्मा को प्रत्याशी बनाया था।

बसपा ने ब्राह्मण चेहरे पर लगाया दांव

बसपा ने इस सीट पर 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया। इसकी पीछे रणनीति यह रही कि पार्टी के परंपरागत वोट के साथ ब्राह्मण प्रत्याशी बनाकर ब्राह्मण जाति के मतदाताओं के वोट भी प्राप्त किए जा सकें। 2009 में बसपा ने इस सीट से अमरपाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया और 2014 के लोकसभा चुनाव में

भाजपा में इस बार भी क्षत्रिय ही टिकट की रेस में

भाजपा में इस बार भी प्रमुख रूप से क्षत्रिय ही लोकसभा प्रत्याशी के लिए टिकट की रेस में हैं। मौजूदा सांसद वीके सिंह लगातार तीसरी बार टिकट के लिए आश्वस्त हैं तो इसी सीट से टिकट की रेस में दूसरा नाम भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह का है।

  • गाजियाबाद में मतदाताओं की संख्या - 29 लाख
  • महिला मतदाताओं की संख्या - 13 लाख से अधिक
  • पुरुष मतदाताओं की संख्या - लगभग 16 लाख
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