चुनाव परिणाम घोषित हुए बगैर सचिव की कुर्सी पर बैठे हरेंद्र गौतम, विरोध में जमकर हंगामा; दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट
Ghaziabad Bar Association चुनाव परिणाम घोषित हुए बिना बार सचिव की कुर्सी पर बैठना हरेंद्र गौतम को भारी पड़ गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे प्रत्याशी अमित के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान दोनों पक्षों के लोगों में तीखी बहस हुई और फिर मारपीट शुरू हो गई। पढ़िए हरेंद्र गौतम सचिव की कुर्सी पर क्यों बैठे और विरोध में मारपीट क्यों हुई?
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। Ghaziabad Bar Association बार एसोसिएशन के सचिव पद का चुनाव परिणाम घोषित हुए बगैर सोमवार को हरेंद्र गौतम बार सभागार में सचिव की कुर्सी पर बैठ गए।
समर्थकों ने जमकर हंगामा किया
सूचना पाकर सचिव पद के प्रत्याशी अमित नेहरा के समर्थक मौके पर पहुंचे और हंगामा किया। दोनों पक्षों के बीच जमकर तकरार व मारपीट हुई। इसके बाद रूम को बंद कर दिया गया और हरेंद्र गौतम व अमित नेहरा दोनों पक्षों के लोग बार सभागार के बाहर धरने पर बैठ गए।
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वहीं, चुनाव परिणाम घोषित हुए बिना सचिव की कुर्सी पर बैठने का संज्ञान लेकर चुनाव संयोजक स्नेह त्यागी ने हरेंद्र गौतम को नोटिस जारी करते हुए कहा कि यह चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है। उन्होंने नोटिस में पूछा कि क्यों न आपकी प्राथमिक सदस्यता को अविलंब निरस्त किया जाए?
हरेंद्र गौतम को सचिव घोषित किया गया
दरअसल, सोमवार सुबह कार्यवाहक अध्यक्ष व मुख्य चुनाव अधिकारी मृदुला त्यागी राय का एक पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके माध्यम से उनके द्वारा हरेंद्र गौतम को सचिव घोषित किया गया। इसका नोटिस भी चस्पा कर दिया गया था। इसी के बाद हरेंद्र गौतम बार सभागार में पहुंच कर सचिव की कुर्सी पर बैठ गए।उन्होंने नवनिर्वाचित अध्यक्ष और स्वयं को सचिव बताते हुए प्रस्ताव भी जारी कर दिया। इसी के बाद मौके पर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई। आरोप लगाया गया कि सचिव की सीट के पास लगी आंबेडकर की तस्वीर को गिरा दिया गया।
पूर्व सचिव व चुनाव संयोजक स्नेह त्यागी ने कहा कि अभी चुनाव कमेटी ने सचिव के पद का परिणाम की घोषणा नहीं किया है। कार्यकारी अध्यक्ष की तरफ से सचिव पद के परिणाम से संबंधित घोषणा पूरी तरह अंवैधानिक है, जिसे तत्काल खारिज किया गया।
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