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Ghaziabad: रेप पीड़िता को चक्कर कटाती रही पुलिस, 46 दिन बाद दर्ज हुआ केस; पुलिस ने किशोरी को ही पीटा!

गाजियाबाद में रेप पीड़िता को पुलिस चक्कर कटवाती रही। काफी जद्दोजहद पर 46 दिन बाद रविवार को मामले की रिपोर्ट दर्ज हुई। 14 साल की किशोरी को 15 अगस्त को साहिल उनके छोटे भाई को जान से मारने की धमकी देकर अगवा कर ले गया। इसके बाद भोपुरा के जंगल में ले जाकर रेप किया। उसकी भाभी के घर छोड़ दिया।

By Edited By: Shyamji TiwariUpdated: Mon, 02 Oct 2023 10:59 PM (IST)
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रेप पीड़िता को चक्कर कटाती रही पुलिस, 46 दिन बाद दर्ज हुआ केस

जागरण संवाददाता, लोनी। देश में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिल गया है। महिला संबंधित अपराध में त्वरित कार्रवाई के लिए जिले पिंक बूथ और एंटी रोमियो स्क्वाड सक्रिय हाेने का पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं। धरातल पर इसके उल्टा हो रहा है। अंकुर विहार थाना क्षेत्र में किशोरी को अगवा कर दुष्कर्म के मामले में यह सच्चाई सामने आई है।

आरोप है कि पीड़िता की मां शिकायत लेकर थाने और चौकी के चक्कर काटती रही। पुलिस ने उन्हें ही चौकी में बंद करने पीटने की धमकी दी। किशोरी मिली तो उसकी भी पिटाई की। किराए का मकान खाली करा दिया। जद्दोजहद पर 46 दिन बाद रविवार को मामले की रिपोर्ट दर्ज हुई।

धमकी देकर किशोरी को किया किडनैप

अंकुर विहार थाना क्षेत्र की एक कालोनी कि महिला ने बताया कि उनके चार बच्चे हैं। उनका आरोप है कि 14 साल की बेटी को 15 अगस्त को साहिल उनके छोटे भाई को जान से मारने की धमकी देकर अगवा कर ले गया। वह घर पहुंची तो छोटे बेटे ने इसकी जानकारी दी।

वह थाना अंकुर विहार शिकायत देने गईं। पुलिसकर्मियों ने उन्हें डाबर पुलिस चौकी पर भेज दिया। 16 अगस्त को उनके पड़ोसी पर कॉल आई कि उनकी बेटी मिल गई है। वह चौकी पर पहुंचीं। पुलिस ने उनकी बेटी से घटना के बारे में जानकारी की।

बेटी ने बताया कि साहिल छोटे भाई को जान से मारने की धमकी देकर ले गया था। भोपुरा के जंगल में ले जाकर रेप किया। उसकी भाभी के घर छोड़ दिया। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद बेटी की महिला पुलिसकर्मी ने पिटाई की।

मां को पीटने की दी धमकी

पीड़िता की मां का आरोप है कि उन्होंने अंकुर विहार थाने पहुंचकर शिकायत की। वहां पुलिसकर्मी ने शिकायत लेकर डाबर तालाब पुलिस चौकी पर भेज दिया। चौकी पहुंचे तो दोबारा थाने भेज दिया। थाने वालों ने बोला यह शिकायत पत्र सही नहीं है। दोबारा लिखकर दो। दोबारा शिकायत ली। फिर चौकी भेज दिया। चौकी पर पुलिसकर्मियों ने उन पर ही बेटी को भेजने का आरोप लगाया। जेल भेजने की ही धमकी दी। एक पुलिस वाले ने अंदर ले जाकर पीटने को कहा और चौकी से भगा दिया।

रात तो रात मकान खाली कराने का आरोप

पीड़िता की मां का आरोप है कि उन्होंने बेटी की डाक्टरी कराने को कहा। वहां मौजूद एक पुलिसकर्मी ने कहा बेटी की इज्जत मत उछाल घर ले जा। चौकी प्रभारी ने उनसे सफेद पेपर पर हस्ताक्षर कराए और बेटी से अंगूठा लगवा लिया। मकान मालिक को बुलाने को कहा। मकान मालिक के आने पर कहा कि कहा इससे भी रात में ही कमरा खाली कराओ। उन्होंने मिन्नतें की कि बच्चों को लेकर कहां सड़क पर भटकेंगी लेकिन उनका दिल नहीं पसीजा और कमरा खाली करा दिया। वह दूसरे कालोनी में रहने लगीं।

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चौकी प्रभारी पर की कार्रवाई की मांग

पीड़िता का यह भी आरोप है कि चौकी प्रभारी ने उनके पास फोन कर भला बुरा कहा। कहा कि साहिल को जेल भेज दिया है। जबकि उन्हें किसी ने बताया कि वह लोनी से बाहर रहने लगा वह जेल नहीं गया था।उन्हें और उनकी बेटी को चौकी प्रभारी ने न्याय दिलाने के बजाय सभी के सामने उल्टा सीधा कहा। रविवार को वह स्थानीय लोगों के साथ थाना पहुंची। आरोपित के साथ चौकी प्रभारी पर भी कार्रवाई करने की मांग की, तब पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।

किशोरी को बहला फुसलाकर ले जाने व दुष्कर्म किए जाने की शिकायत मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। पूर्व में 13 अगस्त को किशोरी के गुमशुदा होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने टीम का गठन कर किशोरी को बरामद किया गया। किशोरी वीडियो बयान में मामी के यहां जाने की बात कही थी। जिसकी पुष्टि उसकी मां और मामी ने भी की थी। मामले की जांच की जा रही है। -रवि प्रकाश सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त, अंकुर विहार।

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