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गाजियाबाद में 10 हजार लोगों के साथ 'हेरा-फेरी', 20 करोड़ रुपये लेकर चिटफंड कंपनी के मालिक फरार; कैसे एक मैसेज ने खोली पोल

छोटी बचत पर ज्यादा ब्याज का लालच देकर प्रताप विहार में रायल फाइन इंडिया निधि लिमिटेड के नाम से चल रही चिटफंड कंपनी के संचालक करीब दस हजार लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए। सुबह ब्रांच पर ताला लगा होने की सूचना मिलने पर लोग एकत्र होने शुरू हुए। विजयनगर थाने पर पहुंचे जमाकर्ताओं ने पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है।

By vinit Edited By: Pooja Tripathi Updated: Tue, 19 Mar 2024 12:11 PM (IST)
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विजयनगर थाने पर मौजूद ठगी के पीड़ित। जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। छोटी बचत पर ज्यादा ब्याज का लालच देकर प्रताप विहार में रायल फाइन इंडिया निधि लिमिटेड के नाम से चल रही चिटफंड कंपनी के संचालक करीब दस हजार लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए।

सुबह ब्रांच पर ताला लगा होने की सूचना मिलने पर लोग एकत्र होने शुरू हुए। विजयनगर थाने पर पहुंचे जमाकर्ताओं ने पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस कंपनी के तीन कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।

तीन-चार साल पहले खुली थी कंपनी

विजयनगर थाने के सामने प्रताप विहार सेक्टर-12 में रायलफाइन इंडिया निधि लिमिटेड के नाम से तीन-चार वर्ष पूर्व चिटफंड कंपनी का दफ्तर खुला। कंपनी ने जिलेभर में एक हजार से ज्यादा कलेक्शन एजेंट रखे।

कलेक्शन एजेंट लोगों को छोटी बचत पर बड़े ब्याज का झांसा देकर रोजाना उनके दरवाजे से ही धनराशि एकत्र करते और पासबुक में भी एंट्री करते।

कंपनी ने मोबाइल एप भी बनाया हुआ था। इसमें बचतकर्ता अपनी जमा धनराशि की जानकारी प्राप्त कर सकें। पूरे जिले में ठेली, खोमचा, दुकान समेत अन्य छोटे व्यापारियों से कंपनी ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा एकत्र किए और सोमवार सुबह आफिस पर ताला डालकर फरार हो गए।

कंपनी के एजेंट भी नहीं उठा रहे लोगों के फोन

कंपनी के एजेंट भी लोगों के फोन नहीं उठा रहे हैं। कुछ लोगों के पास उनके एजेंट ने कलेक्शन अगले कुछ दिन तक काम बंद रहने और उनकी जमा धनराशि सुरक्षित होने का मैसेज दिया तो उनका माथा ठनका।

जब जमाकर्ता प्रताप विहार में शाखा पर पहुंचे तो वहां न कंपनी का बोर्ड मिला और न ही शाखा खुली हुई मिली। इसके बाद आपस में संपर्क कर लोगों की भीड़ जुटती रही।

पीड़ित विजयनगर थाने पहुंचे और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने पीड़ितों से शिकायत लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

पीड़ितों ने रोजाना गाढ़ी कमाई से की बचत

विजयनगर में मोबाइल की दुकान चलाता हूं। 18 महीने के लिए 500 रुपये रोजाना पर खाता खुलवाया था। 15 महीने में दो लाख रुपये से ज्यादा जमा कर चुका हूं। इसी तरह 300 रुपये और एक हजार रुपये रोज का भी खाता खोलकर लाखों रुपये जमा कर चुका हूं।-सूरज पालीवाल, विजयनगर

बीते साल 12 जुलाई को 200 रुपये रोज पर खाता खुलवाया है। अब कंपनी वाले भाग गए हैं। गिरधरपुर में बिजली के सामान की दुकान है।-संदीप कुमार, गिरधरपुर

इवेंट मैनेजमेंट के काम से रोजाना करीब 800-एक हजार रुपये की कमाई से बचत के लिए 200 रुपये रोज का खाता खुलवाया था। कंपनी ने 547 दिन के लिए करीब साढ़े आठ प्रतिशत ब्याज का वादा किया था। परिपक्वता धनराशि एक लाख 16 हजार 507 रुपये मिलने थे।-गुलफाम, विजयनगर

तुराबनगर में स्वाति कास्मेटिक्स के नाम से दुकान है। रोजाना 200 रुपये जमा का खाता सात नवंबर 2022 को खुलवाया था। इसी वर्ष सात मई को योजना पूरी होनी थी, लेकिन आफिस ही बंद हो गया।-उमंग गोयल, तुराबनगर

साइकिल स्टैंड चलाता हूं। रोजाना की कमाई से 200 रुपये रोज की बचत का खाता खुलवाया था। अगले महीने 15 तारीख को ही स्कीम पूरी होनी थी। अपने दोस्त अभिषेक कुमार का भी खाता 300 रुपये रोज पर खुलवाया।- रोहित पाल, भूड़भारत नगर

पीड़ितों की शिकायत पर जांच की जा रही है। कंपनी का आफिस बंद है। कर्मचारियों का पता लगाकर मालिकों को शीघ्र पकड़ा जाएगा।-प्रियाश्री पाल, एसीपी कोतवाली

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