गाजियाबाद में साइबर ठगों ने 10 लोगों से 1.50 करोड़ रुपये ठगे, कमाई का झांसा देकर की वारदात
गाजियाबाद में दस लोगों को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाकर उनसे 1.50 करोड़ रुपये से अधिक की रकम ठग ली है। पीड़ितों ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। ज्यादातर ठगी की वारदात घर बैठे कमाई का झांसा देकर की गई है। पुलिस ने कहा कि साइबर ठगी के संबंध में तहरीर मिलने के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई है। जल्द ही सभी वारदात का पर्दाफाश किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। साइबर अपराध के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिले में दस लोगों को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाकर उनसे 1.50 करोड़ रुपये से अधिक की रकम ठग ली है। पीड़ितों ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। ज्यादातर ठगी की वारदात घर बैठे कमाई का झांसा देकर की गई है।
अहिंसा खंड में रहने वाली नीता बेरी ने पुलिस को बताया कि उनको वाट्सएप पर एक मैसेज मिला और गूगल मैप पर रिव्यू लिखने लिए घर बैठे कमाई का झांसा दिया गया, वह झांसे में आ गईं तो उनको टेलीग्राम पर जोड़ा गया और निवेश कर कमाई करने के लिए कहा गया, आरोपितों के चंगुल में फंसकर उन्होंने 33.88 लाख रुपये गंवा दिए।
मोटा मुनाफा कमाने का दिया झांसा
अंकुर विहार के अमित अरोड़ा को भी घर बैठे निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर साइबर ठग ने उनसे 10 लाख रुपये ठग लिए, आरोपितों ने एक फर्जी साइट पर उनको जोड़ा था। जिसमें मुनाफा होता देख उन्होंने लोन लेकर भी निवेश कर दिया था।वसुंधरा के सचिन रस्तोगी ने बताया कि फेसबुक पर रील देखते हुए उनको दो लिंक मिले, जिस पर क्लिक करने पर उनको एक वाट्सएप ग्रुप पर जोड़ा गया और ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर उनसे 20.45 लाख रुपये ठग लिए। इसी तरह गाजियाबाद के न्यू आनंद विहार के जतिन सेंगर से 26.89 लाख रुपये की ठगी की गई है।
बैंक अधिकारी बनकर की ठगी
भोपुरा में रहने वाले कारोबारी सुशील गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उनको बैंक से संबंधित जानकारी करनी थी, इसके लिए उन्होंने इंटरनेट से एसबीआइ बैंक के कस्टमर केयर का मोबाइल नंबर लिया, फोन करने पर साइबर ठग से संपर्क हुआ और उसने खुद को बैंक कर्मचारी बताकर उनसे 11 लाख रुपये ठग लिए।पुलिस अधिकारी बनकर की ठगी
इंदिरापुरम के अंकुर श्रीवास्तव ने पुलिस को बताया है कि कोरियर कंपनी का कर्मचारी बनकर एक व्यक्ति ने उनको फोन कर बताया कि उनके आधार कार्ड की जानकारी के आधार पर एक कोरियर ताइवान भेजा जा रहा है, जिसमें संदिग्ध सामान है।
इस कॉल को उसने मुंबई पुलिस को ट्रांसफर करने की बात की, तब खुद को इंस्पेक्टर बताने वाले विक्रम नाम के व्यक्ति ने वीडियो कॉल कर अंकुर और उनकी पत्नी से संपर्क किया और बातचीत के दौरान कोई दूसरी काल न करने की बात कही। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने डीसीपी बनकर बात की और उनसे 13 लाख रुपये हड़प लिए।
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कविनगर में रहने वाली एक महिला को फोन कर खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए ठगी की कोशिश की, उसने बताया कि महिला के बेटे को सीबीआइ ने पकड़ा है तो महिला ने बताया कि उनका एक बेटा है, जिसे लेकर वह स्कूल से घर जा रही हैं। आरोपित ने जिस नंबर से फोन किया था, उसका कोड पाकिस्तान का बताया जा रहा है।इन लोगों से भी की गई है साइबर ठगी
- वैशाली के रहने वाले अफसर इमाम से 18 लाख रुपये ठगे
- गंगापुरम के अभिषेक से 5 लाख 43 हजार रुपये ठगे
- क्रासिंग रिपब्लिक की आकांक्षा से 8.29 लाख रुपये ठगे
- राजनगर एक्सटेंशन के रोहित झा से 10 लाख रुपये ठगे
साइबर ठगी के संबंध में तहरीर मिलने के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई है। जल्द ही सभी वारदात का पर्दाफाश किया जाएगा।
- सच्चिदानंद, एडीसीपी क्राइम