गाजियाबाद में कुत्तों की इन खूंखार नस्लों पर लगा बैन, पिटबुल-अमेरिकन बुलडॉग सहित ये ब्रीड हैं शामिल
Ghaziabad Dog Ban उत्तर प्रदेश सरकार ने कुत्तों की खूंखार नस्लों पर बैन लगा दिया है। इनमें पिटबुल-बुलडॉग समेत अन्य ब्रीड शामिल हैं। सरकार ने कुत्तों के हिंसक हमलों के बढ़ते मामलों को देखते हुए खूंखार कुत्तों की नस्लों के पालने प्रजनन और बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है। ऐसे कुत्तों को शासन ने मानव जीवन के लिए खतरा मानते हुए प्रदेश के सभी जिलों को निर्देश दिए हैं।
शाहनवाज अली, गाजियाबाद। Ghaziabad Dog Ban : कुत्तों के हिंसक हमलों के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश शासन की ओर से खूंखार कुत्तों की नस्लों के पालने, प्रजनन और बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है।
ऐसे कुत्तों को शासन ने मानव जीवन के लिए खतरा मानते हुए निदेशक प्रशासन एवं पशुपालन विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आदेश जारी करते हुए इसका पालन कराने के निर्देश दिए हैं। बैड डॉग की श्रेणी में आने वाले खूंखार क्रॉसब्रीड और पिटबुल, रॉटवीलर समेत करीब दो दर्जन नस्ल के कुत्ते शामिल हैं।
19 मार्च को जारी किया गया ये आदेश
मानव जीवन के लिए खतरनाक मानी जा रहे कुत्तों में रॉटवीलर, पिटबुल, वुल्फ, रूसी शेफर्ड और अकित मस्टिफ आदि खूंखार नस्लों के कुत्तों के प्रजनन, पालन और बिक्री पर रोक लगाने के लिए शासन की ओर से डॉ. राजेंद्र सिंह निदेशक प्रशासन एवं पशुपालन विभाग ने 19 मार्च को पत्र के माध्यम से आदेश जारी किया है। इसमें तत्काल प्रभाव से इसका पालन करने के लिए निर्देशित किया है।
कई लोगों और पशु कल्याण संगठनों की ओर से खूंखार नस्ल के कुत्तों पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही इन्हें पालतू जानवर के रूप में रखने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी, जिसे सही मानते हुए केंद्र सरकार ने इसी माह सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को आदेश जारी कर प्रभावी करने के निर्देश दिए।
अब प्रदेश के बाद जिला पशुपालन विभाग की ओर से नगर निकायों और जिला पंचायत विभाग से इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कराने के लिए पत्र भेजा जा रहा है।
इस नस्ल के कुत्तों के प्रजनन व पालन पर लगी रोक
- रॉटवीलर
- पिटबुल टेरियर
- वुल्फ
- टोसा ईनू
- अमेरिकन स्टेफोर्ड
- फिला ब्रासी लीरो
- डोगो अर्जेंटीनो
- अमेरिकन बुलडॉग
- बोरवेल
- कांगल
- मध्य एशियाई शेफर्ड (ओवचार्का)
- कोकेशियान शेफर्ड (ओवचार्का)
- दक्षिण रुसी शेफर्ड (ओवचार्का)
- टॉर्न जैक
- सरप्लानिनेक
- जापानी टोसा और अकिता
- मस्टिफ (बोरबुल्स)
- टेरियर्स
- रोडेशियन
- रीजबैक
- कैनारियों
- अकबाश कुत्ता
- मॉस्को गार्ड
- कैन कोरो
नहीं करा सकेंगे प्रजनन
शासन की ओर से खतरनाक नस्लों के कुत्तों के पालने, खरीद-बिक्री के साथ ही उनके प्रजनन पर भी पूरी तरह रोक लगाई गई है। कुत्ता प्रजनन कराने वाले अगर लाइसेंसी हैं और रोक के बावजूद वह इन नस्ल के कुत्तों की ब्रीडिंग कराते हैं तो उनका लाइसेंस निरस्त कर धंधे को बंद कराया जाएगा। भविष्य में उन्हें खरीद-बिक्री और ब्रीडिंग का लाइसेंस नहीं मिलेगा।
खूंखार नस्ल के कुत्ते मानव जीवन के लिए खतरा हैं। ऐसे मामले आए हैं, जिनमें इन नस्लों के कुत्तों ने लोगों पर हमला कर या तो बुरी जख्मी किया या हमले में घायलों की मौत तक हो गई। ऐसे कुत्ते मालिक के बस से भी बाहर हो जाते हैं। इन कुत्तों के सार्वजनिक स्थल पर लाने की पाबंदी है। नियम का उल्लंघन करने वालों पर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी।
-डॉ. एसपी पांडेय, जिला मुख्य चिकित्साधिकारी