गाजियाबाद में तेजी से बढ़ रहा प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत का आंकड़ा, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
गाजियाबाद में प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। अप्रैल से 8 अक्टूबर तक 10 महिलाओं की मौत हो चुकी है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने मौत रोकने के लिए एक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत शहरी और देहात क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं का सर्वे किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्रसव के दौरान अथवा बाद में अधिक रक्त स्राव होने और हीमोग्लोबिन कम होने से गाजियाबाद में महिलाओं की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। अप्रैल से 8 अक्टूबर तक 10 महिलाओं की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने मौत रोकने के लिए एक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
इस अभियान के तहत शहरी और देहात क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं का सर्वे किया जाएगा। आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की सेहत का हाल-चाल पूछने के लिए उनके घर जाएंगी।
नियमित टीकाकरण के साथ गर्भवती महिलाओं को बेहतर खान-पान के बारे में भी जागरूक किया जाएगा ।प्रत्येक माह की 1 ,9 , 16 और 24 को होने वाले विशेष आयोजन के तहत प्रत्येक गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच कराई जाएगी।
इस जांच में यह भी पता चल जाएगा की महिला में खून की कमी है अथवा नहीं ,और यदि खून की कमी होगी तो तुरंत महिला को खून चढ़ाया जाएगा। प्रसव के लिए महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
पिछले 6 महीने में 7000 से अधिक महिलाओं के प्रसव संस्थागत हुए हैं। इनमें जिला महिला अस्पताल में सबसे अधिक प्रसव हो रहे हैं ।कई बार सिजेरियन प्रसव के दौरान चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की वजह से भी महिला की मौत हो रही है।
पिछले साल ऐसे 32 मामलों में जांच करने के बाद लापरवाही उजागर हुई है। सीएमओ डॉक्टर भवतोष शंखधर ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को मजबूती से लागू करने हुए घर-घर जाकर गर्भवतियों का पता लगाया जाएगा।