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Dengue in Ghaziabad: डेंगू के कहर से इस गांव के डॉक्टर रोज भाग जाते हैं शहर, वार्ड ब्वॉय के सहारे मरीजों का इलाज

गाजियाबाद के भनैड़ा गांव के बाद कई अन्य गांवों में भी बुखार फैल रहा है। जांच और इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। जिला अस्पताल के अलावा सीएचसी में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। अधिकारियों की लापरवाही के चलते डेंगू वार्ड बदहाल है। 24 घंटे में एक बार चिकित्सक का राउंड लगता है।

By Jagran NewsEdited By: Shubham SharmaUpdated: Wed, 25 Oct 2023 06:37 AM (IST)
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भनैड़ा गांव में डेंगू का कहर।
मदन पांचाल, गाजियाबाद। मुरादनगर विकास खंड के गांव भनैड़ा में डेंगू और बुखार कहर बरपा रहा है, लेकिन उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सक चार बजे ताला लगाकर शहर चले आते हैं। बीमार लोग रात भर कराहते रहते हैं। ऐसे में तबीयत बिगड़ने और बीमारी फैलने के आसार बढ़ जाते हैं। गांव के बीमार हिंदवीर ने आरोप लगाया है कि दिन में भी केंद्र पर कई बार चक्कर लगाने के बाद ही दवा मिल पाती है।

तेजी से फैल रहा संक्रामक रोग

केंद्र पर तैनात सीएचओ डॉ. राशि सिंह केंद्र पर ताला लगाकर रोज प्रताप विहार चली आती हैं। गांव में आवास नहीं है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ग्यासपुर के प्रभारी डॉ. अनवर अंसारी को वर्तमान में भनैड़ा भेजा गया है। वह भी शाम होते ही वेव सिटी स्थित अपने घर चले जाते हैं। सीएचसी मुरादनगर के प्रभारी डा. राजेश तेवतिया तो मरीजों को छोड़कर रोज दिल्ली चले जाते हैं। चिकित्सकों की लापरवाही का ही नतीजा है कि भनैड़ा में संक्रामक रोग तेजी से फैल रहा है।

20 दिन डेढ़ हजार मरीजों की जांच

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में पता चला है कि पिछले 20 दिन में गांव में मिले बुखार के डेढ़ हजार मरीजों की जांच करने पर 55 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। अधिकारी डेंगू और बुखार को नियंत्रित करने में असफल हो रहे हैं। गांव में बुखार से 15 से अधिक लोगों की मौत होने के बाद मंगलवार को गांव में सीएमओ डॉ.भवतोष शंखधर, डिप्टी सीएमओ डा. चरन सिंह, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ.आरके गुप्ता और जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा टीम के साथ पहुंचे लेकिन सूरज छिपते ही शहर लौट गए। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से जिले में डेंगू और बुखार के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं।

रोज 10 से अधिक डेंगू के नए केस मिल रहे हैं। ओपीडी में बुखार के रोजाना 400 मरीज पहुंच रहे हैं। भनैड़ा गांव के बाद कई अन्य गांवों में भी बुखार फैल रहा है। जांच और इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। जिला अस्पताल के अलावा सीएचसी में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। अधिकारियों की लापरवाही के चलते डेंगू वार्ड बदहाल है। 24 घंटे में एक बार चिकित्सक का राउंड लगता है।

पंखे तक का भी नहीं है इंतजाम

वार्ड ब्वाय और स्टाफ नर्स के सहारे मरीजों का इलाज हो रहा है। पंखे तक का भी इंतजाम नहीं है। बेहद गंदी मच्छरदानी दी गईं हैं। मरीज परेशान रहते हैं। मंगलवार को 53 मरीजों की जांच करने पर डेंगू के 17 नए मरीज मिले हैं। भनैड़ा में 37 मरीजों के सापेक्ष सात बुखार के मरीजों की डेंगू जांच करने पर रिपोर्ट नेगेटिव आई है। ग्यासपुर में डेंगू का एक मरीज मिलने के साथ ही बुखार के आठ मरीजों की डेंगू जांच को सैंपल भेजा गया है।

उप स्वास्थ्य केंद्र भनैड़ा में लगा ताला

भनैड़ा गांव में वर्तमान में बुखार के मरीज हैं। सभी की जांच कराने के साथ दवाएं दी जा रहीं हैं। सीएचसी मुरादनगर प्रभारी और जिला मलेरिया अधिकारी प्रतिदिन जांच शिविर लगाकर मरीजों की जांच कर रहे हैं। दो फागिंग मशीन से छिड़काव कराया जा रहा है। नालियों की सफाई के लिए ग्राम प्रधान, सचिव और जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र लिखा गया है। -डॉ. भवतोष शंखधर, सीएमओ

23 सितंबर को बुखार के मरीज मिलने की सूचना पर रोज सर्वे करके मरीजों को दवाएं दी गईं और डेंगू जांच के लिए सैंपल भेजने शुरू किए गए। 300 लोगों की जांच करने पर 55 में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। सभी मरीज स्वस्थ हो गए हैं। स्थिति नियंत्रण में हैं। संचारी रोग नियंत्रण अभियान तेज करते हुए प्रतिदिन कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जा रहा है। - डॉ. आरके गुप्ता, जिला सर्विलांस अधिकारी

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