Ghaziabad News: शास्त्रीनगर में औषधि विभाग का छापा, नकली दवाएं की गई सील
औषधि विभाग की टीम ने शास्त्रीनगर में मेडिकल स्टोर पर छापा मारा है। नमूनों की जांच रिपोर्ट तीन दिन के भीतर भेजे जाने का अनुरोध किया गया है। छापामार कार्रवाई के बाद दवाओं की सील करते हुए स्टोर पर भी ताला लगा दिया गया है। इस मौके पर प्रतिष्ठान का नक्शा भी नहीं दिखाया गया। औषधियों का सुरक्षित भंडारण भी नहीं पाया गया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। औषधि विभाग की टीम ने शुक्रवार देर रात को शास्त्रीनगर स्थित मैसर्स पाल मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर छह लाख से अधिक कीमत की नकली दवाएं सील की हैं। इनमें दर्द निवारक अल्ट्रासेट टेबलेट, गैस रोकने वाला केप्सूल पेनटाप डीएसआर और एविल इंजेक्शन शामिल हैं।
औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने बताया कि सूचना के आधार पर शास्त्रीनगर स्थित कार्टे चौराहे के पास संचालित मैसर्स पाल मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया। इसका संचालक नरेन्द्र हैं। पंजीकृत फार्मासिस्ट लवकुश है, लेकिन वह मौके पर नहीं मिला।
फ्रीज में रखने की बजाय जमीन पर पड़ी मिली दवाएं
इस दौरान वहां पर अप्रशिक्षित कर्मचारी बैठकर दवाएं बेचते हुए पाया गया। मांगने पर दवाओं की बिक्री का रजिस्टर भी नहीं मिला। फ्रीज में रखने की बजाय दवाएं जमीन पर पड़ी हुई मिली। दवाओं की बिक्री नियमानुसार न किए जाने पर सभी दवाएं सील कर दी गईं है।
पूछताछ के बाद पाया गया कि दवाएं नकली प्रतीत होती हैं। तीनों दवाओं का एक-एक नमूना लेकर जांच को राजकीय प्रयोगशाला में भेजा गया है। औषधि निरीक्षक ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद सक्षम कोर्ट में औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम-1940 की सुसंगत धाराओं के तहत वाद दायर किया जाएगा।
स्टोर में उपलब्ध दवाओं को क्रय करने के अभिलेख नहीं पाए गए। इसके आधार पर ही दवाओं के नकली हाेने की आशंका जताते हुए सील किया गया है। पूछताछ में बताया गया कि दवाएं गोविंदपुरम और बुलंदशहर से खरीदी गईं हैं लेकिन उसका भी सही पता नहीं बता पाएं।
दो साल में कई करोड़ की नकली दवाएं पकड़ी गईं
औषधि विभाग ने दो साल में अलग-अलग स्थानों पर छापा मारकर कई करोड़ की नकली दवाएं पकड़ी हैं। लोनी में कैंसर की नकली दवाएं पकड़ने पर एक चिकित्सक समेत आठ लोगों को जेल भेजा गया था। मोदीनगर में दो लोगों को भारी मात्रा में नकली दवाओं के साथ पकड़ा गया था। डासना,राजनगर एक्स्टेंशन,साहिबाबाद और मेरठ रोड़ पर भी नकली दवाएं पकड़ी गई थी।