Ghaziabad Fire: बुलडोजर से सीवर लाइन बिछाने के दौरान IGL गैस पाइपलाइन में लगी आग, चार लोग झुलसे
जल निगम द्वारा भोपुरा में कुटी रोड पर सीवर लाइन बिछाने के लिए बुलडोजर से खोदाई की जा रही थी। जल निगम के अधिकारियों का कहना है कि खोदाई से पहले आईजीएल के स्टाफ को सूचना देकर गैस बंद कराने के लिए कहा गया था लेकिन उन्होंने गैस की आपूर्ति बंद नहीं की। बुलडोजर से खोदाई करते समय आईजीएल की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई।
हसीन शाह, गाजियाबाद। भोपुरा के कृष्णा विहार कुटी रोड पर शुक्रवार शाम को आईजीएल की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने के बाद उसमें आग लग गई। यहां सीवर लाइन बिछाने के लिए बुलडोजर से खोदाई की जा रही थी। हादसे में चार कर्मचारी झुलस गए। उन्हें प्राथमिक चिकित्सा के बाद छुट्टी दे दी गई। रात आठ बजे तक पाइपलाइन को ठीक करने का काम चलता रहा।
जल निगम द्वारा भोपुरा में कुटी रोड पर सीवर लाइन बिछाने के लिए बुलडोजर से खोदाई की जा रही थी। जल निगम के अधिकारियों का कहना है कि खोदाई से पहले आईजीएल के स्टाफ को सूचना देकर गैस बंद कराने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने गैस की आपूर्ति बंद नहीं की। बुलडोजर से खोदाई करते समय आईजीएल की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना मिलते ही आइजीएल की टीम पाइपलाइन को ठीक करने के लिए पहुंची। यह टीम बिना गैस की आपूर्ति बंद किए ही पाइपलाइन की मरम्मत करने में जुट गई।
बिजली की चिंगारी से लगी पाइपलाइन में आग
आईजीएल के स्टाफ ने जल निगम के दो कर्मचारियों को भी अपने साथ काम में लगा लिया। वहां से बिजली की लाइन गुजर रही थी। बिजली की चिंगारी से गैस पाइपलाइन में आग लग गई। आईजीएल के दो कर्मचारी और जल निगम के दो कर्मचारी झुलस गए। ऐसे में सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। 20 मिनट की आग लगती रही। लोगों ने मिट्टी डालकर आग बुझाई।
सड़क पर रुक गए लोग
आग लगने के बाद सड़क पर चल रहे लोग दोनों ओर रुक गए। 20 मिनट तक सड़क पर आवागमन बंद रहा। आग बुझने के बाद मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई। इसके बाद गैस की आपूर्ति रोकी गई। आग लगने की जानकारी अग्निशमन विभाग को नहीं दी गई। मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि उन्हें आग लगने की जानकारी नहीं है। पुलिस का कहना है कि आग लगने की जानकारी है। आग को बुझा दिया गया है।
जल निगम की ओर वहां खोदाई की जा रही थी। आइजीएल की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने के बाद आग लग गई थी। आग को बुझा दिया गया। इसमें चार कर्मचारी मामूली रूप से झुलस गए थे। - अरुण प्रताप, अधिशासी अभियंता, जल निगम