गाजियाबाद में लापरवाहियों की वजह से नहीं चल रहा FOB का एस्केलेटर, जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर रहे लोग
गाजियाबाद स्थित मोहन नगर चौराहे पर जीडीए द्वारा बनाया गया एस्केलेटर युक्त फुटओवर ब्रिज का एस्केलेटर पिछले एक साल से बंद पड़ा है। टेंडर होने के बाद भी लापरवाहियों के चलते एफओबी के एस्केलेटर के संचालन पर फिर तलवार लटक गई है।
By Dhananjay VermaEdited By: Nitin YadavUpdated: Fri, 24 Mar 2023 09:59 AM (IST)
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। गाजियाबाद के सहिबाबाद के मोहन नगर चौराहे पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने शहर का पहला एस्केलेटर युक्त फुटओवर ब्रिज (एफओबी) बनाया। एक साल से एफओबी के एस्केलेटर बंद हैं। टेंडर होने के बाद भी लापरवाहियों के कारण एफओबी के एस्केलेटर के संचालन पर फिर तलवार लटक गई है।
अधिकारियों ने अब टेंडर निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। दूसरी ओर लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर रहे हैं। करीब 26 लाख रुपये की लागत से जीडीए ने मोहन नगर चौराहे पर एस्केलेटर युक्त एफओबी बनाया, लेकिन जीडीए के पास एस्केलेटर चलाने का अनुभव नहीं है, जिससे पिछले एक साल से एफओबी के तीनों एस्केलेटर बंद पड़े हैं। ऐसे में लोग एफओबी का प्रयोग करने से बचते हैं। सड़क को पार करने के लिए जान जोखिम में डालते हैं।
जीडीए ने डेढ़ माह पहले एफओबी के एस्केलेटर संचालन के लिए सिद्ध कंस्ट्रक्शन नाम की फर्म को टेंडर दिया। फर्म को एफओबी पर विज्ञापन लगवाकर उससे होने वाली कमाई से एस्केलेटर का संचालन करना और जीडीए के ग्रीन बेल्ट की देखरेख करनी थी।
एफओबी पर विज्ञापन के लिए फर्म को नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना था लेकिन अभी तक फर्म एनओसी नहीं ले सकी है। इस बीच अधिकारियों ने भी यह जानने का प्रयास नहीं किया कि फर्म को एनओसी क्यों नहीं मिल रही है। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित हुई तो अधिकारियों ने फर्म से संपर्क करने के लिए काल किया लेकिन अधिकारियों की काल नहीं उठी। अब अधिकारी टेंडर निरस्त करने की कार्रवाई कर रहे हैं।
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