नोएडा और गाजियाबाद वाले ध्यान दें, शनिवार रात से बंद हो जाएगी गंगनहर; बिना पानी के मनेगी 10 लाख लोगों की दिवाली
शनिवार रात 12 बजे हरिद्वार से गंगनहर बंद कर दी जाएगी। इससे नोएडा और गाजियाबाद में जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। गंगाजल की सप्लाई न होने से 10 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे। लोगों की दिवाली भी पानी की किल्लत के बीच मनेगी। दो नवंबर की रात 12 बजे गंगनहर में पानी छोड़ा जाएगा। इसके बाद पानी की सप्लाई सामन्य हो सकेगी।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद/नोएडा। गंगनहर की सफाई के लिए शनिवार रात 12 बजे हरिद्वार से गंगनहर को बंद कर दिया जाएगा। इससे ट्रांस हिंडन क्षेत्र के साथ नोएडा के लोगों को गंगाजल प्लांट से गंगाजल नहीं मिलेगा।
क्यों बंद रहेगी गंगनहर?
दो नवंबर तक गंगनहर बंद रहेगी। इस दौरान ट्रांस हिंडन और सिद्धार्थ विहार के 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित होगे। इस दौरान नगर और जीडीए को नलकूप से दिन एक बार पानी की आपूर्ति की जाएगी। दो नवंबर की रात 12 बजे गंगनहर में पानी छोड़ा जाएगा।
दशहरा के समय किसानों को पानी की जरूरत कम रहती है। जिस वजह से हर वर्ष इस दौरान गंगनहर की सफाई की जाती है। गंगनहर से ही प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट में गंगाजल आता है।
सिद्धार्थ विहार स्थित गंगा जल प्लांट। फोटो- जागरण
गाजियाबाद के ये इलाके होंगे प्रभावित
प्रताप विहार प्लांट की भंडारण क्षमता 150 क्यूसेक पानी की है। गंगनहर बंद होने पर प्लांट में दो दिन का पानी भंडारण करके रखा जाता है।
इस प्लांट से वसुंधरा, वैशाली, इंदिरापुरम, डेल्टा कॉलेानी, कौशांबी और सिद्धार्थ विहार को गंगाजल मिलता है। इसके अलावा नलकूप से और टैंकर से पानी की आपूर्ति की जाती है। गंगाजल सुबह और शाम के समय एक-एक घंटे की आपूर्ति की जाती है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।12 अक्टूबर से दो नवंबर तक बंद रहेगी गंगनहर
शनिवार रात को हरिद्वार से गंगनहर बंद होने के तीन दिन बाद गंगाजल प्लांट में पानी आना बंद हो जाएगा। दिवाली के बाद गंगाजल की आपूर्ति शुरू की जाएगी। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता ब्रिजराज ने बताया कि 12 अक्टूबर से दो नवंबर तक गंगनहर बंद रहेगी। इस दौरा गंगनहर की सफाई होगी।पानी के निजी प्लांट संचालक हो जाते हैं सक्रिय
गंगाजल की आपूर्ति बंद होते ही ट्रांस हिंडन क्षेत्र के लोगों को बोतलबंद पानी के भरोसे रहने पड़ेगा। ऐसे में पानी के निजी प्लांट संचालक सक्रिय हो जाते हैं। इनके पानी की गुणवत्ता की भी गारंटी नहीं होती है। हाल में ही साहिबाबाद प्लांट के पानी के नमूने फेल हो चुके हैं। गंगाजल नहीं मिलने पर मजबूरी में लोगों को इस पानी को ही खरीदना पड़ता है। ट्यूबवेल का पानी बहुमंजिला इमारतों की ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंच जाता है। नगर निगम द्वारा टैंकर से पानी की आपूर्ति की जाती है।प्लांट से इस तरह होती है गंगाजल की आपूर्ति
- 100 क्यूसेक गंगाजल की सप्लाई प्लांट से होती है।
- 80 क्यूसेक गंगाजल नोएडा को दिया जाता है।
- 15 क्यूसेक गंगाजल इंदिरापुरम को मिलता है।
- 05 क्यूसेक की गंगाजल सिद्धार्थ विहार को मिलता है।