GDA में कागजी नहीं, अब ई-ऑफिस के जरिए ऑनलाइन होंगे फटाफट काम; कोई भी फाइल नहीं रूकेगी
जीडीए ने अपने कार्यों को और अधिक तेज और पारदर्शी बनाने के लिए ई-ऑफिस की शुरुआत की है। अब म्यूटेशन और कार्यालय से संबंधित सभी कार्य ऑनलाइन किए जाएंगे। इससे लोगों के काम तेजी से होंगे और कोई भी फाइल कहीं नहीं रुकेगी। सभी डेटा को भी ऑनलाइन किया जाएगा जिससे कि व्यवस्था को पूरी तरह से आधुनिक और पारदर्शी बनाया जा सके।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जीडीए वीसी अतुल वत्स के निर्देशन में शुक्रवार को चीफ इंजीनियर कार्यालय को ई-ऑफिस में तब्दील कर दिया गया। इसके तहत म्यूटेशन (नाम दर्ज) और कार्यालय से संबंधित समस्त कार्य ई-ऑफिस के माध्यम से किए जाएंगे। प्राधिकरण सभागार में संबंधित अधिकारियों और स्टाफ के साथ बैठक की।
विकास प्राधिकरण में ई-ऑफिस की शुरूआत चीफ इंजीनियर कार्यालय से की गई है। उक्त जानकारी देते हुए जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि एक-एक कर जल्द ही जीडीए के सभी अनुभाग को ई-ऑफिस में तब्दील किया जा रहा है, जिसकी शुरूआत शुक्रवार को चीफ इंजीनियर कार्यालय से हुई है।
कोई फाइल कहीं न दब सकेगी और रूकेगी
उन्होंने बताया कि इससे लोगों के काम तेजी के साथ होंगे। कोई फाइल कहीं न दब सकेगी और रूकेगी। इसमें पारदर्शिता के साथ कार्य की गति कम नहीं होगी। प्राधिकरण के सभी कामों के ऑनलाइन हो जाने से इसका फायदा आवंटियों और शिकायतकर्ताओं को भी होगा। विभाग में 20 से ज्यादा आवासीय और व्यावसायिक योजनाएं हैं। इन सभी की जानकारी फाइलों में हैं। अब इन फाइलों की सभी डेटा को भी ऑनलाइन किया जाएगा, जिससे कि व्यवस्था को पूरी तरह से आधुनिक और पारदर्शी बनाया जा सके।अभी जानकारी लेने के लिए बाबू को पड़ता है बुलाना
उन्होंने कहा कि अभी किसी भी संबंध में जानकारी लेने के लिए बाबू को बुलाना पड़ता है। उसके नहीं रहने पर काम में देरी होती है और काम बढ़ता जाता है। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था प्राधिकरण के सभी अनुभागों में जाएगी। इसमें मुख्य रूप से संपत्ति अनुभाग, नियोजन, उद्यान, विधि समेत अन्य अनुभाग शामिल होंगे। बैठक में चीफ इंजीनियर मानवेंद्र सिंह, अपर सचिव प्रदीप कुमार सिंह के अलावा अनुभागों के बाबू मौजूद रहे।
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