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GDA News: इंदिरापुरम में रातोंरात बिल्डर ने किया अवैध निर्माण, जीडीए सचिव ने दिनदहाड़े कराया ध्वस्त

GDA News गाजियाबाद के तमाम इलाकों में अवैध निर्माण पर रोक नहीं लग पा रही है। इंदिरापुरम के शक्ति खंड-4 में बिल्डर ने रातोंरात अवैध छत डाल दी। इसकी जानकारी सचिव को मिली तो उन्होंने रविवार को अवैध छत को ध्वस्त करवा दिया।

By Vivek TyagiEdited By: Vinay Kumar TiwariUpdated: Sun, 11 Sep 2022 08:41 PM (IST)
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GDA News: रातोंरात किया अवैध निर्माण जीडीए सचिव ने ध्वस्त कराया
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। Ghaziabad Development Authority: वैध निर्माण पर जीडीए सचिव बृजेश कुमार का जीरो टालरेंस है। जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह द्वारा उन्हें जोन-छह का प्रवर्तन प्रभारी व प्रवर्तन अनुभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त करने के बाद से अवैध निर्माण करने वालों में खलबली मची हुई है। जीडीए सचिव की सख्ती के बाद से जोन-छह में स्वीकृत नक्शे के विपरीत सभी अवैध निर्माण पूरी तरह बंद हो गए हैं।

इंदिरापुरम में शक्तिखंड-4 स्थित भूखंड संख्या-490 पर बिल्डर सतीश चौहान द्वारा स्वीकृत नक्शे के विपरीत पूरे भूखंड को कवर करते हुए अवैध निर्माण कराया गया था, जिसे शनिवार शाम प्राधिकरण की प्रर्वतन टीम ने बंद करा दिया था लेकिन बिल्डर ने अधिकारियों को झांसा देने के लिए शनिवार को रातोंरात चौथे फ्लोर की अवैध छत डलवा दी। रविवार को जीडीए कार्यालय बंद रहेगा और कोई निगरानी नहीं करेगा व कार्रवाई नहीं होगी, यही सोचकर बिल्डर ने अवैध छत डलवाई थी लेकिन एक-एक अवैध निर्माण की पल-पल की मानिटरिंग सचिव खुद कर रहे हैं।

रविवार सुबह उन्हें उक्त भूखंड में अवैध छत डालने की जानकारी मिली। इस पर उन्होंने छुट्टी के दिन ही प्रवर्तन टीम को मौके पर भेजकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया। जीडीए सचिव बृजेश कुमार ने स्पष्ट कहा कि किसी सूरत में अवैध निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। सभी लोग प्राधिकरण से स्वीकृत नक्शे के अनुसार ही निर्माण करें।

अभियंत्रण में तैनात अभियंताओं से कराई चेकिंग

अवैध निर्माण के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए जीडीए सचिव सिर्फ प्रवर्तन अनुभाग में तैनात अभियंताओं के भरोसे नहीं है। वह दूसरे अनुभाग में तैनात अभियंताओं से चेकिंग कर रिपोर्ट ले रहे हैं। उपरोक्त मामले में भी उन्होंने अभियंत्रण में तैनात अभियंताओं को चेकिंग के लिए भेजा था लेकिन खास बात यह रही कि अभियंत्रण ने जो रिपोर्ट दी। इस मामले में वही रिपोर्ट प्रवर्तन टीम ने दी थी।

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